नई दिल्ली। जिग्नेश मेवाणी द्वारा पीएम मोदी के खिलाफ दिल्ली में संसद मार्ग पर हुंकार रैली जारी है। पुलिस द्वारा अनुमति ना दिए जाने के बावजूद जिगन्श समर्थक यहां पहुंचे हैं। रैली में चंद्रशेखर रावण के समर्थक भी उनके पोस्टर लेकर नजर आए। जिग्नेश की इस रैली में उमर खालिद भी मौजूद हैं और रैली को संबोधित करते हुए जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि हमें चंद्रशेखर और रोहित वेमुला के लिए इंसाफ चाहिए।
मेवाणी की इस रैली में कन्हैया कुमार और रोहित वेमुला की मां को भी शामिल होना था लेकिन वो खबर लिखे जाने तक पहुंच नहीं पाए थे।
एक्शन के लिए तैयरा पुलिस
जिग्नेश मेवाणी की इस हुंकार रैली को पुलिस ने मंजूरी नहीं दी है। इसके बावजूद उनके समर्थक इस रैली को कर रहे हैं। इसे देखते हुए दिल्ली में संसद मार्ग पर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। रैली मार्ग पर मेवाणी समर्थकों ने बड़े-बड़े होर्डिंग और पोस्टर्स भी लगा दिए हैं।
इस बीच दिल्ली पुलिस के जॉइंट सीपी अजय चौधरी ने कहा कि किसी को अनुमति नहीं दी गई है। जैसा कि एनजीटी का आदेश है संसद मार्ग पर कोई धरना, प्रदर्शन नहीं किया जा सकता, हमने आयोजकों से कहा है कि वो किसी अन्य जगह पर रैली करें।
डीएसपी ने भी किया था ट्वीट
इससे पहले दिल्ली पुलिस के डीएसपी ने देर रात ट्वीट कर लिखा है कि संसद मार्ग पर एनजीटी के आदेशों के अनुसार प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को मंजूरी नहीं दी गई है। आयोजकों को वैकल्पिक जगह तलाशने के लिए कहा गया है जिसे वो स्वीकार नहीं कर रहे हैं।
लेफ्ट नेताओं का समर्थन
बता दें कि मेवाणी के इस रैली के समर्थन में लेफ्ट के नेता भी उतर आए हैं। जेएनयू की लेफ्ट नेता शहला राशिद ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि रैली तो वहीं होगी।
बता दें कि जिग्नेश मेवाणी ने पार्लियामेंट स्ट्रीट में 9 जनवरी को सामाजिक न्याय के लिए ‘युवा हुंकार रैली व जनसभा’ करने का ऐलान किया था। मेवाणी की रैली का मकसद देश में दलितों पर हो रहे अत्याचार और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर को रिहा करने की मांग की गई थी।
यह है एनजीटी का आदेश
एनजीटी ने पिछले साल पांच अक्टूबर को अधिकारियों को जंतर मंतर रोड पर धरना, प्रदर्शन, लोगों के जमा होने, भाषण देने और लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल संबंधी गतिविधियां तत्काल रोकने का आदेश दिया था।