साणंद/पोरबंदर। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि जय शाह, राफेल सौदा, डोकलाम गतिराध पर गुजरात चुनाव से पहले संसद में बहस न हो इसलिए शीत सत्र में देरी की। दो दिनी गुजरात दौरे पर पहुंचे राहुल ने शुक्रवार को विभिन्न सभाओं में केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार पर जमकर प्रहार किए। सरकार ने संसद बंद कर दीशीत सत्र को लेकर राहुल का बयान दिल्ली में सरकार द्वारा 15 दिसंबर से सत्र बुलाने के एलान के चंद घंटों बाद आया।
अहमदाबाद के पास साणद में दलितों की सभा में राहुल ने कहा, “उन्होंने संद बंद कर दी। हर साल संसद सत्र नवंबर में शुरू होता है, इस साल यह नवंबर में नहीं होगा। आप देखिए यह चुनाव से पहले नहीं शुरू होगा। ऐसा क्यों? इसलिए कि वे गुजरात चुनाव से पहले जय शाह, राफेल विमान सौदे, डोकलाम विवाद पर चर्चा नहीं कराना चाहते हैं।
ज्ञात हो कि न्यूज पोर्टल “द वायर” ने जय शाह की कंपनी का टर्नओवर 2014 में भाजपा के केंद्र में आते ही 50 हजार रुपए से बढ़कर 8 करोड़ होने की खबर दी है। कांग्रेस ने हाल में फ्रांस से राफेल सौदे को लेकर भी राष्ट्रीय हितों से खिलवाड़ का आरोप लगाया है। जबकि भाजपा ने इन आरोप को खारिज किया है।
मछुआरों की सबसिडी खत्म की
इससे पहले राहुल ने पोरबंदर में मछुआरों को संबोधित किया। उन्होंने केंद्र में कांग्रेस के सत्ता में आने पर पृथक मत्स्य मंत्रालय बनाने का एलान करने के साथ उन्होंने गुजरात की भाजपा सरकार को मछुआरों की 300 करोड़ की सबसिडी खत्म करने पर आड़े हाथों लिया।
आरोप लगाया कि टाटा समूह को नैनो कार के प्रोजेक्ट के लिए 33 हजार करोड़ रुपए दिए, लेकिन मछुआरों की सबसिडी खत्म कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात के मछुआरों को मछली पकड़ने समुद्र में 10 से 15 फीट गहरे पानी में जाना पड़ता है, क्योंकि मोदीजी के 10-15 उद्योगपति मित्र प्रदूषण फैलाते हैं।
राहुल ने कहा कि जब कांग्रेस गुजरात में सत्ता में थी तो मछुआरों की बोट के लिए 25 फीसदी सबसिडी पर डीजल मिलता था, यह मात्र 300 करोड़ रुपए सालाना थी, लेकिन भाजपा सरकार ने उसे बंद कर दिया।