श्रीनगर। सोमवार तड़के भारतीय सेना ने उत्तर कश्मीर में एलओसी से सटे उड़ी सेक्टर( बारामूला) में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के पांच आतंकियों को मार गिराया था। अब सुरक्षाबलों को उनकी वो रबर बोट मिल गई है, जिसके सहारे आतंकियों ने झेलम नदी पार की थी।
गौरतलब है कि ये आतंकी 18 सितंबर, 2016 को उड़ी ब्रिगेड मुख्यालय पर हुए हमले जैसी वारदात करने की फिराक में थे। इसके अलावा आतंकियों का निशाना उड़ी में एनएचपीसी-1 व 2 प्रोजेक्ट भी था।
सुरक्षाबलों ने आतंकियों को ऐसे घेरा-
सुरक्षाबलों ने आतंकियों को उद्यम दुलांजा गांव के बाहरी छोर पर भीम पोस्ट के सामने घेरा, जो भारत-पाकिस्तान के बीच स्थित अमन कमान सेतु से लगभग तीन किलोमीटर दूर है। मुठभेड़ तड़के तीन बजे शुरू हुई थी, जो सुबह आठ बजे तक चली।
इस मुठभेड़ को लेकर सेना की तरफ से ये बताया गया था कि आतंकियों ने रबर की किश्ती में बैठकर झेलम को पार किया था। किश्ती में चार आतंकी सवार थे, जबकि पांचवां झेलम पार ही था। भारतीय सेना को पहले से ही इन आतंकियों की घुसपैठ की खुफिया सूचना थी। इसी आधार पर सेना और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने नाका लगाया हुआ था। जैसे ही आतंकी अंदर घुसने लगे। वैसे ही जवानों से उनका सामना हो गया। जवानों ने उन्हें आत्मसमर्पण के लिए ललकारा, लेकिन आतंकियों ने फायरिंग कर दी। जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें पांचों आतंकी मारे गए।