घर खरीदने जा रहे हैं, तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान

asiakhabar.com | October 24, 2017 | 4:35 pm IST

नई दिल्ली। यदि आप एक नया घर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह अच्छा समय हो सकता है। दरअसल, इस समय ब्याजदर भी कम हैं और बिल्डर्स भी अच्छा डिस्काउंट दे रहे हैं। साथ ही रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण (रेरा) जैसी एजेंसियों के कारण डेवलपर्स नए प्रोजेक्ट्स को शुरू करने से पहले ज्यादातर अधूरे प्रोजेक्ट्स को पूरा कर रहे हैं।

इसलिए, खरीदारों को उन प्रोजेक्ट्स पर नजर रखनी चाहिए, जो अगले तीन से छह महीनों में पूरे होने जा रहे हैं। जानते हैं घर खरीदने से पहले आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। ये बातें आपको न सिर्फ किसी भी अनचाहे धोखे से बचाएंगी, बल्कि आपको घर खरीदते वक्त सही फैसला लेने में भी मदद करेंगी।

डेवलपर्स का रजिस्टर्ड होना जरूरी

रेरा में यह प्रावधान किया गया है कि हर बिल्डर को खुद को रजिस्टर करना होगा। उसे पहले चल रहे, नए शुरू हुए और आगे शुरू होने वाले सभी प्रोजेक्ट को भी रजिस्टर करना होगा।

घर खरीदने से पहले रजिस्ट्रेशन चेक करें

आप जिस प्रोजेक्ट में घर खरीद रहे हैं, तो यह जरूर देखें कि वह प्रोजेक्ट रजिस्टर्ड है कि नहीं। इसके लिए आप रेरा की वेबसाइट पर जा सकते हैं। यहां आपको इसका रजिस्ट्रेशन स्टेटस पता चल जाएगा। अगर कोई प्रोजेक्ट रेरा के तहत रजिस्टर नहीं है, तो उसमें घर न खरीदें क्योंकि आपको रेरा के तहत मिलने वाली सुरक्षा का लाभ नहीं मिल पाएगा, जो आगे परेशानी का सबब बन सकता है।

डायरेक्ट खरीदें या रीसेल में लें

डायरेक्ट बिल्डर से खरीदारी करने में समझदारी है। इसमें आपको फेस्टिव सीजन में छूट और कई तरह के ऑफर्स मिल सकते हैं। मगर, जब रीसेल में प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं, तो ज्यादा विकल्प उपलब्ध नहीं होते हैं। मगर, यदि प्रॉपर्टी बेचने वाला जल्दबाजी में है, तो आपको कम कीमत में यह मिल सकती है। मगर, आपको यह भी सुनिश्चित करना होगा कि सभी कानूनी दस्तावेज मौजूद हों। यह भी सुनिश्चित करें कि विक्रेता ने समय पर सारी ईएमआई चुकाई हैं और बैंक, बिल्डर या मेंटिनेंस ऑफिस में उसका कोई भी बकाया नहीं है।

कंप्लटीशन सर्टिफिकेट

नई यूनिट खरीद रहे हों या रीसेल वाली यूनिट ले रहे हैं, कंप्लटीशन सर्टिफिकेट लेना नहीं भूलें। यह एक मात्र सर्टिफिकेट है, जो बताता है कि बिल्डर ने सारे काम पूरे किए हैं।

सही जगह पर हो प्रॉपर्टी

इस बात का खास ध्यान रखें कि प्रॉपर्टी सही जगह पर हो और उसके आस-पास उचित सड़कें हों, रोज-मर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी चीजें जैसे फल, सब्जियां, स्कूल और अस्पताल आदि पास में हों। सबसे अहम बात यह है कि अपने कार्यस्थल से घर के लिए ट्रांसपोर्ट की सुविधा जरूर हो।

निर्माणाधीन घर में निवेश करें, या बने-बनाए घर को चुनें

अगर प्रोजेक्ट पूरा हो गया है और वह प्रॉपर्टी अच्छी लोकेशन पर भी है, तो बने-बनाए घर में जाने का विकल्प बेहतर होता है। क्योंकि ऐसा करने पर आप पर दोहरी मार नहीं पड़ती है। हालांकि, प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने के बाद प्रॉपर्टी की कीमत कुछ बढ़ जाती है।

वहीं, अगर आप थोड़ा इंतजार कर सकते हैं और घर के किराए के साथ ही ईएमआई को भी चुका सकते हैं, तो आपको बेहतर प्रॉपर्टी मिल सकती है। रेरा जैसी संस्थाओं के आने के बाद अब इस बात का डर नहीं है कि बिल्डर प्रोजेक्ट को तय समय पर पूरा नहीं करेगा। ऐसा करने पर बिल्डर पर जुर्माना लगाया जा सकता है।


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