नई दिल्ली। तेजस एक्सप्रेस में परोसा गया खाना खाकर यात्रियों के बीमार पड़ने के मामले में नया मोड़ आया है।आईआरसीटीसी ने दावा किया है कि रविवार को गोवा से मुंबई आने वाली तेजस एक्सप्रेस में बीमार पड़ने वाले अधिकतर यात्रियों ने घर से लाया हुआ खाना खाया था।
आईआरसीटीसी के प्रमुख महेंद्र प्रताप मल्ल के अनुसार, शुरुआती जांच से पता चलता है कि यात्रियों को जो खाना हमारी ओर दिया गया था, उनमें कुछ भी गलत नहीं था।
हालांकि, मल्ल के इस बयान के बावजूद आईआरसीटीसी ने सोमवार को मडगांव के क्षेत्रीय अधिकारी और ट्रेन के ऑन बोर्ड मैनेजर को निलंबित कर दिया।
इस बीच, कोंकण रेलवे ने कहा है कि सभी बीमार यात्रियों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। बकौल मल्ल, पश्चिम बंगाल के कुछ लोग 15-17 दिनों से यात्रा कर रहे थे। वे लोग अपना खाना खुद पकाकर ले जाते थे। रविवार को भी वे लोग मछली और अन्य खाद्य सामग्री लेकर सफर कर रहे थे।
दूसरी तरफ मिड-डे ने जांच रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि हिमाचल प्रदेश और कश्मीर के यात्रियों का दो समूह 16 दिनों से सफर पर था। वे लोग खुद अपनी खाद्य सामग्री का इस्तेमाल करते थे। सबसे पहले उनके रसोइयों को उल्टी हुई। इसके बाद अन्य यात्री भी उल्टी करने लगे। उल्लेखनीय है कि रविवार को तेजस एक्सप्रेस के 26 यात्री दिन का खाना खाकर बीमार पड़ गए थे।