नई दिल्ली। गुजरात के कांडला से गोरखपुर तक घरेलू गैस पाइपलाइन बिछाई
जाएगी। कांडला से गोरखपुर तक कुल 1,987 किलोमीटर लंबी गैस पाइपलाइन परियोजना देश की सबसे
बड़ी गैस पाइपलाइन परियोजना होगी। इससे न सिर्फ घरेलू गैस की किल्लत दूर होगी बल्कि उज्ज्वला
योजना से जुड़े उपभोक्ताओं को भी राहत मिलेगी।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हाल ही में कहा कि उत्तर प्रदेश में 25 एलपीजी बाटलिंग प्लांट हैं,
जबकि 4-5 नए बाटलिंग प्लांट भी लगाए जा रहे हैं। प्रदेश की सबसे बड़ी मथुरा रिफाइनरी का
विस्तारीकरण भी किया जाएगा। इसके अलावा, पूरे भारत में एक लाख एलपीजी पंचायतें स्थापित की
जाएंगी। इस प्रोजेक्ट पर 9 हजार करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। इस पाइपलाइन से 3.75
मिलियन टन गैस प्रति वर्ष गुजरेगी।
सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑइल कॉर्प गुजरात तट से पूर्वी उत्तर प्रदेश के शहर गोरखपुर तक गैस
पाइपलाइन बिछाएगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इंडियन ऑइल कॉर्प कांडला में एलपीजी का आयात
किया जाएगा। इसके बाद यहां से गैस को 1,987 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन के जरिए अहमदाबाद
(गुजरात), उज्जैन (भोपाल), कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी और लखनऊ (उत्तर प्रदेश) होते हुए गोरखपुर
तक पहुंचाएगी। अब तक करीब तीन करोड़ गरीब परिवारों की महिलाओं को उज्ज्वला योजना का लाभ
मिल चुका है। राज्य में 1.25 करोड़ के लक्ष्य के मुकाबले अब तक 62 लाख गरीब महिलाओं को फायदा
पहुंचाया जा चुका है।