गांधीनगर। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के पुत्र महेंद्र सिंह वाघेला भाजपा में शामिल हुए। वह दो बार कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। महेंद्र सिंह वाघेला का भाजपा में शामिल होना दो सप्ताह से भी कम समय में और 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी पार्टी के लिये दूसरा झटका है। गत तीन जुलाई को वरिष्ठ नेता कुंवरजी बावलिया ने कांग्रेस छोड़ दी थी और राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हुए थे। उन्हें तत्काल कैबिनेट मंत्री बनाया गया।
भाजपा में शामिल होने के तुरंत बाद सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनकी कार्यशैली को देखते हुए देश की सबसे पुरानी पार्टी को निकट भविष्य में पुनर्जीवित किया जाना संभव नहीं लगता है। सिंह उत्तर गुजरात के बायड विधानसभा सीट से 2007 और 2012 में लगातार दो बार निर्वाचित हुए। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतू वाघानी ने यहां कहा, ‘दो बार के विधायक और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के पुत्र (महेंद्र सिंह वाघेला) भाजपा में शामिल हुए हैं।’
सिंह ने अगस्त 2017 में राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल के खिलाफ मतदान किया था। हालांकि, उन्होंने पिछले साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। तब उन्होंने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था और न ही किसी पार्टी में शामिल हुए थे। यह पूछे जाने पर कि वह अब भाजपा में क्यों शामिल हुए हैं तो सिंह ने कहा कि गांधी की कार्यशैली की वजह से पार्टी निकट भविष्य में न तो गुजरात में और न ही देश में कहीं और पुनर्जीवित होगी।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अपने गृह राज्य गुजरात की यात्रा पर हैं। भाजपा अध्यक्ष कल देर रात यहां पहुंचे और भगवान जगन्नाथ मंदिर में ‘मंगला आरती’ में शामिल हुए। यह पूछे जाने पर कि क्या शंकर सिंह वाघेला भी भाजपा में शामिल होंगे तो सिंह ने इसका सीधा जवाब नहीं दिया और कहा कि उनके पिता अपने अगले कदम के बारे में खुद फैसला करेंगे।
साल 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन विधायक शंकर सिंह ने कांग्रेस के खिलाफ बगावत कर दी थी। नतीजतन 13 विधायकों ने कांग्रेस छोड़ दी थी। उनमें से कुछ बाद में भाजपा में शामिल हो गए और चुनाव लड़ा। गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की सीटें भले ही कुछ घट गईं, लेकिन उसने स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया।