नई दिल्ली। गाजा में एक अस्पताल पर हमले में बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने पर दुख व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि जारी संघर्ष में आम नागरिकों का हताहत होना गंभीर चिंता का विषय है और इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
मीडिया में आई खबरों के अनुसार, हमास समूह ने कहा कि मंगलवार को गाजा के अल-अहली अस्पताल में हुए भीषण विस्फोट में सैकड़ों लोग मारे गए। हमास ने विस्फोट के लिए इजराइल के हवाई हमले को जिम्मेदार ठहराया, लेकिन इजराइली सेना ने कहा कि वह इसमें शामिल नहीं है और विस्फोट असफल रहे एक फलस्तीनी रॉकेट के कारण हुआ।
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘गाजा के अल अहली अस्पताल में लोगों की दुखद मौत से गहरा सदमा लगा है। पीड़ित परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जारी संघर्ष में आम नागरिकों का हताहत होना गंभीर और निरंतर चिंता का विषय है। इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।’
इजराइल और हमास के बीच लड़ाई तब शुरू हुई जब गाजा पट्टी से सशस्त्र हमास आतंकवादियों ने सात अक्टूबर को जमीन, हवा और समुद्र से इजराइल पर अचानक हमला किया। इस संघर्ष के बाद से, लगभग 2,778 फलस्तीनी मारे गए हैं। मीडिया में आई खबरों में इजराइल के आधिकारिक सूत्रों के हवाले से कहा गया कि इज़राइल में कम से कम 1,400 इज़राइली और विदेशी नागरिक मारे गए हैं।