नई दिल्ली। क्षेत्रीय राजनीतिक दलों में दक्षिण भारत के दल कमाई के मामले में सबसे आगे हैं। देश के तीन सबसे अमीर राजनीतिक दलों की बात करें, तो पहले नंबर पर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) है। चंदे और अन्य स्रोतों से जुटाई गई राशि से डीएमके के बाद दूसरे और तीसरे नंबर पर अन्नाद्रमुक (AIADMK) और तेलगू देशम पार्टी है।
यह जानकारी गैर-सरकारी संगठन एसोसिएशन फार डैमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) की रिपोर्ट से मिली है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2015-16 के दौरान देश की 32 क्षेत्रीय पार्टियों के पास चंदे और अन्य स्रोतों से जुटाई गई कुल रकम 221.48 करोड़ रुपए रही।
इनमें 77.63 करोड़ रुपए की आमदनी के साथ द्रमुक पहले स्थान पर है। वहीं, 54.94 करोड़ रुपए के साथ अन्नाद्रमुक दूसरे और 15.98 करोड़ रुपए के साथ तेलगू देशम पार्टी तीसरे स्थान पर है। आय के हिसाब से क्षेत्रीय दलों में इन तीन पार्टियों की कुल हिस्सेदारी 67 फीसद थी, जिसका 50 प्रतिशत हिस्सा खर्च ही नहीं किया गया।
एडीआर ने क्षेत्रीय दलों द्वारा चुनाव आयोग को सौंपे गए आय और व्यय के ब्यौरे के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है। इसमें बड़ा खुलासा करते हुए कहा गया है कि 32 क्षेत्रीय दलों में से केवल 18 ने ही आयकर दाखिल करने और चंदे में मिली रकम का ब्यौरा आयोग को दिया है। कुल 47 क्षेत्रीय पार्टियों में से केवल एक-तिहाई ने अपनी अंकेक्षण रिपोर्ट समय पर दाखिल की है।
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार चुनाव आयोग को अब तक अपनी अंकेक्षण रिपोर्ट नहीं जमा करने वाले 15 क्षेत्रीय दलों में समाजवादी पार्टी, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस, राष्ट्रीय जनता दल, इंडियन लोक दल, ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस, ऑल इंडिया यूनाइटेड डैमोक्रेटिक फ्रंट, ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन और महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी प्रमुख हैं।