तिरुवनंतपुरम। देश में ईंधन की बढ़ती कीमतों के विरोध में केरल में विभिन्न ट्रेड
यूनियनों की एक संयुक्त समिति के आह्वान पर मंगलवार को मोटर वाहनों की एक दिवसीय हड़ताल के
शुरुआती घंटों में जनजीवन प्रभावित रहा। हड़ताल सुबह छह बजे से शुरू हुई।
सरकारी केएसआरटीसी की बसें नहीं चलीं जबकि टैक्सी, ऑटोरिक्शा और निजी बसें भी हड़ताल शुरू होने के
बाद से समूचे राज्य में सड़कों से नदारद रहे।
हड़ताल के प्रति एकजुटता दिखाते हुए ट्रक एवं लॉरियों समेत व्यावसायिक वाहन भी सड़कों पर नहीं उतरे।
विभिन्न ट्रेड यूनियनों के मंच ‘संयुक्त समारा समिति’ ने इस हड़ताल का आह्वान किया है।
समिति ने सभी निजी वाहनों से सड़कों से दूर रहने का अनुरोध किया था, हालांकि उसने स्पष्ट किया कि वे
ऐसे वाहनों को रोकेंगे नहीं।
वहीं, भाजपा समर्थक यूनियन भारतीय मजदूर संघ ने इस हड़ताल से दूरी बनायी है, जबकि इंडियन नेशनल
ट्रेड यूनियन कांग्रेस (आईएनटीयूसी) और सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियनंस (सीआईटीयू) समेत अन्य सभी ट्रेड
यूनियनों ने हड़ताल का समर्थन किया है।
दक्षिणी राज्य में मंगलवार को प्रस्तावित सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गयी हैं।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि एसएसएलसी, 12वीं, वीएचएससी की परीक्षाओं की तारीख भी बदलकर आठ मार्च
कर दी गयी है।
राज्य में वाहनों की 12 घंटे की हड़ताल को देखते हुए एपीजे अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय और
केरल, कोच्चि, कन्नूर एवं महात्मा गांधी विश्वविद्यालयों में भी सभी परीक्षाएं टाल दी गयी हैं।