नई दिल्ली। दिल्ली में मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट की घटना के बाद अाज फिर मुख्यमंत्री केजरीवाल और मुख्य सचिव बैठक में आमने-सामने होंगे। इस बैठक से पहले अंशु प्रकाश ने खत लिखकर उम्मीद जताई है कि उनके साथ फिर से मारपीट नहीं होगी।
जानकारी सामने आ रही है कि इस बैठक में बजट पर चर्चा की जानी है। ऐसे में मुख्य सचिव के साथ ही वित्त सचिव और कई अन्य अधिकारी भी बैठक में शिरकत करेंगे। इस बीच मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने सीएम केजरीवाल को पत्र लिखकर कहा है कि कैबिनेट मीटिंग की दौरान हमारी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होनी चाहिए।
उन्होंने पत्र में साफ लिखा है कि मुख्यमंत्री सुनिश्चित करें उनके और उनके साथ आ रहे दिल्ली के अधिकारियों के साथ किसी तरह का बुरा बर्ताव नहीं होगा। उन्होंने कहा है कि हमारे अफसरों के गाली-गलौच भी नहीं हो। बता दें कि दोपहर बाद तीन बजे दिल्ली सचिवालय में कैबिनेट बैठक आयोजित की गई है।
वहीं, दिल्ली सरकार और अधिकारियों के बीच गतिरोध पर पत्रकार वार्ता भी आयोजित की गई। ऑन जॉइंट फोरम इस बैठक में दानिक्स एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज कुमार ने कहा कि हमने एक प्रस्ताव पास किया है कि जो अधिकारी बजट से संबंधित काम मे जुड़े हैं वे ही कैबिनेट की बैठक में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि आम जनता के काम के लिए अधिकारियों का कैबिनेट की मीटिंग में शामिल होना जरूरी है। ऐसे में हम उम्मीद करते हैं कि अधिकारियों के सम्मान की रक्षा बैठक में होगी उनके साथ कोई भी अभद्र व्यवहार नहीं होगा।
पंकज के मुताबिक, जनता के हित के लिए होता है ऐसे में यह फैसला हमने लिया है। यह भी कहा कि रोज़ाना 5 मिनट का मौन व्रत रखा जा रहा है, जो सीएम केजरीवाल के माफी नहीं मांगने तक जारी रहेगा। उनका कहना है कि अधिकरी पहले से भी ज्यादा काम कर रहे हैं। हम सिर्फ लिखित संवाद ही मंत्रियों से करेंगे जब तक लिखित माफीनामा नहीं मिलता।
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आरोप लगाया था कि 19 फरवरी की रात को 11 बजे के आसपास मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर एक बैठक के दौरान AAP विधायक अमानतुल्ला खान और अन्य कार्यकर्ता ने उनके ऊपर हमला किया और मारपीट की थी।
इसके बाद दिल्ली पुलिस ने AAP विधायक और अन्य के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की थी, साथ ही दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
यह था मामला
केजरीवाल के आवास पर 19 फरवरी की रात बैठक के दौरान अमानतुल्लाह खान ने शिकायत की कि राशन की दुकानों पर मशीन लगने के चलते ढाई लाख परिवारों को पिछले महीने से राशन नहीं मिला है। इस पर मुख्य सचिव ने कहा दिया कि वो इन सभी सवालों का जवाब एलजी को देंगे। इसके बाद तीन साल केजरीवाल वाले विज्ञापन का मामला उठा और बहस शुरू हो गई। मामला बढ़ गया और आप के दो विधायकों ने बदतमीजी की और हाथापाई पर उतर आए। हालांकि अमानतुल्लाह ने सफाई देते हुए कहा था कि हाथापाई मुख्य सचिव की तरफ से शुरू हुई थी।