चंडीगढ़। पंजाब में पराली जलाने से दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के बीच बहस शुरू हो गई है। केजरीवाल द्वारा लिखे गए पत्र पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन पर निशाना साधा है।
केजरीवाल के ट्वीट का जवाब देते हुए कैप्टन ने कहा है कि केजरीवाल अजीब इंसान हैं, उन्हें समझ नहीं है। उन्हें यह नहीं पता है कि असल समस्या है क्या है? बिना समस्या को समझे ही वे अपनी राय देते हैं। कैप्टन ने कहा कि मुख्यमंत्रियों की बैठक से इस समस्या का समाधान होने वाला नहीं है। इसीलिए उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है कि सभी संबंधित केंद्रीय मंत्रियों व मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई जाए।
आप के दोहरे मानदंड
केजरीवाल ने जहां दिल्ली में पंजाब सरकार का नाम लिए बिना कहा कि सरकारें किसानों को सुविधाएं देने में नाकामयाब रही, वहीं कैप्टन ने केजरीवाल को आड़ेहाथ लेते हुए कहा कि हमेशा ही की तरह आम आदमी पार्टी दोहरे मापदंड हैं। एक तरफ केजरीवाल दिल्ली में प्रदूषण को लेकर चिंता जता रहे हैं, जबकि पंजाब में उनकी पार्टी पराली जलाने को लेकर किसानों का समर्थन कर रही है।
कैप्टन-केजरी में यूं चली जुबानी जंग
केजरीवाल : मेरा कार्यालय पंजाब व हरियाणा के मुख्यमंत्री से मिलने के लिए समय लेने की कोशिश कर रहा है। यह आपातकाल है।
कैप्टन : केजरीवाल, इस ज्वलंत मुद्दे व प्रदूषण के बारे में अपनी चिंता साझी करें। अकेले केंद्र सरकार ही अपने राष्ट्रीय प्रभावों को देखते हुए समस्या का हल कर सकती है।
केजरीवाल : मैं मानता हूं, सर कि केंद्र को आगे आकर लीड करना चाहिए। पर प्लीज मुझे चर्चा करने के लिए अनुमति दें, ताकि हम मिलकर एक योजना बना सकें और उसे केंद्र को पेश कर सकें। दिल्ली का दम घुट रहा है।
कैप्टन : मैं मानता हूं कि स्थिति काफी गंभीर है। पर पंजाब इस व्यापक समस्या का समाधान करने में असहाय है। राज्य में फसलों के प्रबंधन के लिए व किसानों को क्षतिपूर्ति करने के लिए पंजाब सरकार के पास कोई पैसा नहीं है।
केजरीवाल : महोदय, अगर हम मिल सकें तो यह अच्छा होगा। क्या आप अनुमानित धनराशि को साझा कर सकते हैं? हम दोनों एक साथ केंद्र से आग्रह कर सकते हैं। इससे दोनों राज्यों के लोगों को काफी मदद मिलेगी।
कैप्टन : यह अंतरराज्यीय चर्चा करने वाला मुद्दा नहीं है, जिसमें कोई किसी की मदद कर सके। इसके जल्द से जल्द समाधान के लिए केंद्रीय सरकार के हस्तक्षेप की आवश्यकता है।
स्मॉग के लिए सिर्फ पंजाब जिम्मेदार : नासा
दिल्ली और एनसीआर में आने वाले समेत आसपास के इलाके में स्मॉग के लिए पंजाब की पराली को अधिक जिम्मेदार माना जा रहा है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के मॉडरेट रेजोल्युशन इमेजिंग स्पेक्ट्रोरेडिओ मीटर का कुछ इसी तरह का आकलन है।
एक्का सैटेलाइट के जरिए खींची गई तस्वीरों में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में स्मॉग के लिए पंजाब में जल रही पराली को बड़ा कारण माना गया है, जबकि हरियाणा को क्लीनचिट दी गई है। हरियाणा की अपेक्षा पांच गुना अधिक मात्रा में पराली जलाई जा रही है, जो हवा के रुख के चलते दिल्ली की तरफ बढ़ रही है।
पंजाब में अब तक पराली जलाने के करीब 38 हजार मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से मात्र दो हजार मामलों में कार्रवाई हुई है। हरियाणा में साढ़े आठ हजार केस सामने आए हैं, जिनमें से करीब सवा दो सौ किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।