तिरुवनंतपुरम। केरल राज्य औद्योगिक विकास निगम (केएसआईडीसी) की उद्योग विभाग की नई नीतियों पर आधारित झांकी सप्ताह भर चले ओणम समारोह की सांस्कृतिक प्रतियोगिता में एक मुख्य आकर्षण रही। शनिवार शाम को यहां राज्य में मजबूत औद्योगिक परिदृश्य की समीक्षा की गई।
केएसआईडीसी फ्लोट की कल्पना औद्योगिक नीति 2023 के आधार पर की गई थी, जिसे निवेश की दृष्टि से तैयार किया गया है। नवोन्मेषी ढंग से डिजाइन की गई झांकी ने केरल के चमचमाते मानचित्र पर सुनहरे रंग के डॉलर मॉडल रखकर निवेश की अवधारणा को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया। यह उन 22 उद्योगों का प्रतिनिधित्व करता है, जिन्हें नई औद्योगिक नीति में प्राथमिकता दी गई है।
इसके अलावा औद्योगिक विकास को इंगित करने के लिए ऊपर की ओर बना तीर और उससे जुड़ा एक दांतेदार पहिया, जब दांतेदार पहिया घूमता है तो मानव हाथ की उंगलियां तीर के निशान को पकड़ लेती हैं, जिससे दर्शकों के बीच बहुत उत्सुकता पैदा होती है। प्रदर्शन में उद्योग विभाग का सिंगल विंडो सिस्टम भी शामिल था। झांकी को इस अभिनव ढंग से एक साथ रखा गया था कि दर्शक एक ही नज़र में विषय का सार जान सकें।
जिम्मेदार निवेश के अवसरों का आकलन करने और उद्यमियों को मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए सभी स्थानीय स्व-सरकारी संस्थानों में उद्यमी विकास कार्यकारी के रूप में पेशेवरों को नियुक्त किया गया है। साथ ही इसकी निगरानी के लिए तालुका और जिला स्तर पर अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। राज्य में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए, उद्योग विभाग उन क्षेत्रों को प्राथमिकता देकर निवेश को बढ़ावा देने की योजना बना रहा है, जिन्होंने भविष्य के उद्यमों के रूप में वैश्विक पहचान हासिल की है।
जिम्मेदार निवेश के माध्यम से नई औद्योगिक नीति का लक्ष्य अधिक निवेश आकर्षित करना है, जिससे अधिक उद्योग आएंगे और रोजगार के अवसर पैदा होंगे। भारत में केरल को पर्यावरण, सामाजिक एवं शासन (ईएसजी) निवेश का गंतव्य के रूप में विकसित करने के अलावा नीति का उदेश्य औद्योगिक क्रांति 4.0 के अनुकूल एक औद्योगिक वातावरण बनाने का भी है।
रविवार को शुरू हुआ ओणम उत्सव आज शाम (शनिवार) राज्य सरकार के कई विभागों द्वारा अपनी प्रगतिशील पहलों को प्रदर्शित करने वाली झांकियों के भव्य प्रदर्शन के साथ संपन्न हुआ।