पटना। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर कोर्ट के आदेश के बाद जमीन की धोखाधड़ी, जालसाजी और जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर अपशब्द कहने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। उनके साथ 33 अन्य लोगों पर भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसी के साथ मौके की ताक में बैठे आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने गिरिराज सिंह से इस्तीफे की मांग की है।
33 लोगों पर है आरोप-
दानापुर के आशोपुर निवासी शिकायतकर्ता राम नारायण प्रसाद ने एससी-एसटी विशेष न्यायालय में याचिका दायर की थी, जिसमें कहा था कि धर्मेंद्र यादव सहित 33 लोगों ने साजिश रचकर उनकी दो एकड़ 56 डिसमिल जमीन को फर्जी कागजात के आधार पर खरीदा और बेचा है।
आरोपियों पर बिना किसी स्वामित्व के जमीन खरीद बिक्री करने तथा अवैध तरीके से जमाबंदी कायम करवाने का आरोप लगाया था। आरोप में यह भी कहा गया था कि आरोपित 1957 से ही परिवादी के मामा बिपत राम की 2 एकड़ 60 डिसमिल जमीन का फर्जी तरीके से खरीद बिक्री करते आ रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का नाम 25वें स्थान पर-
अभियुक्तों में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का नाम 25वें स्थान पर है। राम नारायण ने पिछले साल जुलाई में याचिका दायर की थी। शिकायतकर्ता ने अभियुक्तों से जान का खतरा भी बताया है। उन्होंने याचिका के साथ भूखंड से संबंधित खतियान, वंशावली आदि दस्तावेज भी संलग्न किया है।
सुनवाई के उपरांत अदालत ने दानापुर थाना पुलिस को दंड प्रकिया संहिता की धारा 156(3) के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है।