नई दिल्ली। वंशवाद की राजनीति को बढ़ाने के आरोपों के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को पार्टी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भर दिया। राहुल के अध्यक्ष बनने के साथ ही कांग्रेस में एक नए युग की शुरुआत होगी। 1998 के बाद यह पहली बार होगा, जब कांग्रेस का अध्यक्ष बदलेगा।
कांग्रेस की वर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी 19 साल से इस पद पर बनी हुई हैं। इसी दौरान देश में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के आठ बार अध्यक्ष बदल चुके हैं। राहुल 49वें अध्यक्ष होंगे। इनसे पहले नेहरू-गांधी खानदान के मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं। नेहरू-गांधी परिवार ने लगभग 42 साल तक कांग्रेस की जिम्मेदारी संभाली है।
कांग्रेस के इतिहास में सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष रहने का रिकॉर्ड भी सोनिया गांधी के नाम ही है। सोनिया ने मार्च 1998 में सीताराम केसरी से कांग्रेस अध्यक्ष की कमान ली थी।
सात साल बाद पार्टी में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव।
– जनवरी 2013 में कांग्रेस उपाध्यक्ष बने थे राहुल। तब से कांग्रेस करीब 27 चुनावों में हारी हैं।
– कांग्रेस की स्थापना 1885 में एलेन ऑक्टेवियन ह्यूम (एओ ह्यूम) ने की थी।
– पार्टी के पहले अध्यक्ष व्योमेश चंद्र बनर्जी थे।
– कांग्रेस के अध्यक्ष का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है।
2018 से शुरू होगी परीक्षाएं होंगी चुनौतियां
राहुल गांधी कांग्रेस की सबसे मुश्किल दौर में कमान संभाल रहे हैं। कभी देशभर में शासन करने वाली पार्टी अब अकेले और गठबंधन के साथ महज पांच राज्यों में सिमट गई है। लोकसभा में भी कांग्रेस का प्रतिनिधित्व अभी तक के इतिहास में सबसे कम 44 हैं। इससे पहले 1996 में कांग्रेस की लोकसभा में 140 सीटें थीं।
– 2018 में आठ राज्यों में विधानसभा चुनाव सबसे बड़ी चुनौती पेश करेंगे। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक जैसे बड़े राज्य केंद्र की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।
– 2019 में लोकसभा चुनाव में केंद्र में शासन कर रही भाजपा से होगी टक्कर।