नई दिल्ली। इस साल होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जी तोड़ मेहनत करते दिख रहे हैं। आज से राहुल गांधी का दो दिवसीय कर्नाटक दौरा शुरू हुआ है। अपनी यात्रा के दौरान राहुल ने उडुप्पी में राजीव गांधी नेशनल एकेडमी की शुरुआत की।
उडुप्पी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी के निशाने पर पीएम मोदी रहे। उन्होंने कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया की भी जमकर तारीफ की। राहुल गांधी ने कहा, ‘कर्नाटक में सिद्धारमैया जी ने प्रत्येक व्यक्ति को 7 किलो चावल देने का कार्य किया। कोई भेदभाव नहीं किया गया, चाहे परिवार में कितने भी सदस्य हों।’
राहुल के निशाने पर मोदी सरकार –
वहीं, मोदी सरकार का घेराव करते हुए राहुल ने कहा, ‘ एक तरफ कांग्रेस पार्टी है जो महापुरुषों के दिखाए रास्ते पर चलती है। क्रोध नहीं फैलाते। हम करके दिखाते है।’ वे यहीं शांत नहीं हुए उन्होंने आगे कहा, ‘जब मोदीजी कहते हैं कि 70 साल में देश में कुछ नहीं हुआ तो, वो आपके दादा-दादी, माता-पिता का अपमान कर रहे हैं। क्योंकि इस देश के विकास में आपके माता-पिता का खून-पसीना लगा है। उन्होंने कहा, ‘पिछले 70 साल में कर्नाटक के किसानों, छोटे दुकानदारों, छोटे उद्योगपतियों ने इस देश के विकास के लिए अपना जीवन दिया है। मोदी जी को उनका अपमान करने का कोई हक नहीं है।
इसके अलावा राहुल गांधी ने आज (मंगलवार) को उडुप्पी के नारायण गुरु मंदिर के भी दर्शन किए। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी नजर आए।
कांग्रेस नेता एम. रामचंद्रप्पा ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद कर्नाटक के अपने तीसरे दौरे के दौरान राहुल गांधी उडिपी, दक्षिण कन्नड़, चिकमंगलूर और हासन जिलों का दौरा करेंगे और कई सार्वजनिक सभाओं को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि राहुल इस दौरे के दौरान पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। राहुल इन चार जिलों में मंदिरों, दरगाहों और चर्चो में भी जाएंगे। राहुल गांधी भूतपूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा का घर माने जाने वाले हासन में भी एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इस दौरान वे आज मंगलौर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. इसके बाद वह आज कर्नाटक के तटीय इलाकों व ‘कॉफी का कटोरा’ कहे जाने वाले जिलों चिकमंगलूर व हासन का भी दौरा करेंगे।
इस क्षेत्र को भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है। सांप्रदायिक तौर पर भी यह क्षेत्र काफी संवेदनशील समझा जाता है। इससे पहले आंध्र प्रदेश से सटे कर्नाटक और महाराष्ट्र-कर्नाटक के सीमावर्ती इलाकों में राहुल का दौरा काफी प्रभावी रहा है। इसलिए इस दौरे से भी पार्टी में एक नई आस जगी है। अपने यात्रा के दौरान राहुल गांधी चिकमंगलूर स्थित श्रृंगेरी मठ जाएंगे और शृंगेरी पीठ के प्रमुख से भी मुलाकात करेंगे। बता दें कि इंदिरा गांधी 1977 में इमरजेंसी के बाद 1978 के लोकसभा चुनाव में चिकमंगलूर से ही चुनकर लोकसभा पहुंची थीं।
गौरतलब है कि इस साल होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अभी से कमर कस ली है। कांग्रेस अपना रण बचाने की जद्दोजहद में लगी है, तो वहीं भाजपा एक और राज्य में कमल खिलाने की कोशिशों में जुटी है। बीते दिनों भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी कर्नाटक का दौरा किया और जमकर कांग्रेस व राहुल गांधी को निशाने पर लिया। वहीं राहुल ने भी कोई मौका नहीं छोड़ा।