पटना। ओडिशा के बालासोर में बहनागा रेलवे स्टेशन के पास हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना में बिहार के यात्रियों को आवश्यक मदद पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर बिहार के अधिकारियों की चार सदस्यीय टीम ओडिशा गयी है, जो राज्य सरकार, रेलवे तथा बालासोर जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करेगी।
चार सदस्यीय टीम में श्रम संसाधन निदेशक श्याम बिहारी मीणा, मुजफ्फरपुर के रेल एसपी डॉ. कुमार आशीष, आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी अविनाश कुमार और एसडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट शहरयार शामिल हैं। आपदा प्रबंधन सचिव संजय कुमार अग्रवाल पूरी मामले की निगरानी कर रहे हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग ने इस घटना से संबंधित सूचना पाने के लिए हेल्पलाईन नम्बर जारी किया है। इस ट्रेन हादसे में सुरक्षित बिहार के लोगों को लाने के लिए सरकार ने प्रयास शुरू कर दिया है। फिलहाल प्रथम बैच में 40 यात्रियों को बस से वापस बिहार लाया जा रहा है। इसमें किशनगंज और सीतामढ़ी के दो-दो, अररिया के 24, दरभंगा के नौ, समस्तीपुर के तीन यात्री हैं।
इस रेल दुर्घटना में अबतक बिहार के सात लोगों की मौत हो गई है। इसमें उत्तर बिहार के चार, नवादा के दो और जमुई के दो लोग हैं जबकि 36 से अधिक घायल हैं। दस लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। मृतकों में दो मधुबनी के झंझारपुर और एक लदनियां का है। पूर्वी चंपारण के रामगढ़वा के पहले शख्स चिकनी गांव के राजा पटेल (25) हैं, जिनकी मौत की पुष्टि हो गई है।
नवादा के रोह प्रखंड के मड़रा गांव के बद्री मांझी के पुत्र पप्पू मांझी की इस घटना में मौत हुई है। मड़रा पंचायत के मुखिया देवेंद्र प्रसाद मौत हुई है। साथ ही वहां के छह लोग घायल हैं। बेगूसराय के पांच लोग भी जख्मी हुए हैं। लापता लोगों में मधुबनी के बासोपट्टी के छह, पश्चिम चंपारण के दो, जुमुई व बिहारशरीफ के एक-एक हैं। इनके परिजन अनहोनी की आशंका से चिंतित हैं। मृतकों व घायलों के परिजन शनिवार को ओडिशा के लिए रवाना हुए हैं। घायलों का इलाज चल रहा है।