दिल्ली: डीएमआई ग्रुप की रियल एस्टेट प्राइवेट इक्विटी शाखा ओकस ने 2018 में लॉन्च अपने पहले फंड की शानदार सफलता के बाद, हाल ही में अपना दूसरा रियल एस्टेट फंड लॉन्च किया है। 500 मिलियन डॉलर के लक्ष्य के साथ, दूसरे फंड का प्राथमिक फोकस उच्च क्वालिटी के किफायती घरों को डिलीवर करने पर होगा जोकि भारत के बढ़ते मध्यम वर्ग की जरूरतें पूरी करेंगे। साथ ही कंपनी विशेष ग्रेड ए ऑफिस स्पेस बनाने और उन्हें लीज़ पर देने पर ध्यान देगी।
पहले फंड ने 11 मिलीमीटर वर्ग फुट के विकास के साथ गुड़गांव, नोएडा, लखनऊ और बेंगलुरू में केंद्रित 20 रियल एस्टेट परियोजनाओं में 250 मिलियन डॉलर का निवेश किया है।
प्रमुख निवेशक एनआईएस (न्यू इन्वेस्टमेंट सॉल्यूशंस) है, जो लिचेंस्टीन-आधारित परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी है, जिसने 2018 में पहले फंडिंग राउंड का नेतृत्व किया था।
डीएमआई के सह-संस्थापक, शिवाशीष चटर्जी ने कहा, “विश्वसनीय प्रतिभागियों के साथ एक डायनैमिक रियल एस्टेट क्षेत्र भारत के लिए निकट भविष्य में 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के अपने लक्ष्य को पाने के लिए महत्वपूर्ण है। हम इस दूसरे फंड के साथ आवासीय और व्यावसायिक विकास दोनों में अपने जुड़ाव को मजबूत करने और ओकस और प्रदोष ब्रांड्स को घरों और कंपनियों दोनों के लिए विश्वसनीयता और गुणवत्ता के प्रतीक के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
डीएमआई के सह-संस्थापक युवराज सी. सिंह ने कहा, “भारत में रियल एस्टेट के ग्राहक अधिक समझदार हो गए हैं और वे न केवल एक उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद और समय पर डिलीवरी की उम्मीद करते हैं, बल्कि पारदर्शिता, निरंतरता और जवाबदेही भी चाहते हैं। हमें गर्व है कि हम इन उद्देश्यों को पूरा करने में सक्षम रहे हैं और अपनी सभी पिछली परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा से पहले पूरा कर पाए हैं। हमें विश्वास है कि हम अपने आगामी कार्य के साथ गुणवत्ता के लिए एक नया मानदंड बनाना जारी रखेंगे।”