लखनऊ। हाल ही में जमानत पर जेल से छूटकर आए दो युवक एसपी डॉ. अजयपाल शर्मा से मिले। उन्हें शपथपत्र देकर विश्वास दिलाया कि वह अब अपराध से तौबा कर चुके हैं।
संगीन मामलों में जेल गए इन दोनों भाइयों ने बाद में कोतवाली कैराना में भी कहा। इसके बाद दोनों भाइयों ने हम अब अपराध नहीं करेंगे, मेहनत मजदूरी कर परिवार को पालेंगे, लिखी तख्तियां ली और कस्बे के बाजारों में घूमे।
गांव मोहम्मदपुर राई निवासी दो सगे भाई इरशाद व सालिम उर्फ बाबा गुरुवार को एसपी डॉ. अजयपाल शर्मा के पास पहुंचे। दोनों बदमाशों ने एसपी को शपथ पत्र देकर अपराध नहीं करने का विश्वास दिलाया।
इन दोनों भाइयों का अनुसरण करते हुए गांव इस्सापुर खुरगान निवासी सरवर व गय्यूर गुरुवार को कोतवाली कैराना पहुंचे और शपथ-पत्र देकर जीवन में कभी भी अपराध न करने की सौगंध खाई।
दोनों युवक हम अपराध नहीं करेंगे, मेहनत मजदूरी से परिवार का पालन-पोषण करेंगे, लिखी तख्तियां लेकर कैराना के बाजारों में घूमे। एसपी डॉ. अजयपाल शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने ऐसी जानकारी होने से इंकार किया। उन्होंने कहा कि यदि कोई बदमाश अपराध छोड़कर आम शहरी की तरह शांति से रहना चाहता है तो उसे पुलिस सहयोग करेगी।
ये था कैराना का खौफ –
कैराना में रंगदारी मांगना व विरोध करने पर उन्हें मौत के घाट उतारना आम बात थी। गैंगस्टर मुकीम काला समेत कई बड़े बदमाश व्यापारियों से रंगदारी वसूलते थे। इसी कारण कैराना में व्यापारियों ने पलायन कर अन्य प्रदेशों व जिलों में अपना ठिकाना बना लिया था। दुनिया-देश में कैराना का पलायन मुद्दा सुर्खियों में रहा। भाजपा सरकार के बाद माहौल में बदलाव आया। शामली व कैराना में बदमाशों के एनकाउंटर के बाद बदमाशों में पुलिस का खौफ सिर चढ़कर बोल रहा है।