चेन्नई। अक्सर देखा जाता है कि पैसा मिलने के बाद लोग बदल जाते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जो अपनी ईमानदारी से सबको चकित कर देते हैं। ठीक ऐसी ही घटना चेन्नई में हुई जहां थंबरम रेलवे स्टेशन पर कार्य करने वाले पोर्टर ने 5 लाख से ज्यादा रुपयों से भरे बैग को वापस कर दिया।
थंबरम रेलवे स्टेशन पर पिछले 15 वर्षों से कार्य करने वाले पोय्यामोझी नाम के पोर्टर ने एक यात्री के बैग को वापस कर दिया। इस बैग में 5 लाख 75 हजार रुपये भरे हुए थे। यह घटना 1 नवंबर के सुबह 3.45 बजे की है जब इस ईमानदार पोर्टर ने रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 5 पर एक लावारिस बैग को देखा था
स्टेशन पर लावारिस बैग मिलने के कुछ ही देर पहले इस प्लेटफार्म से सलेम-चेन्नई एक्सप्रेस निकली थी। जब पोर्टर ने यह देखा कि इस बैग का कोई मालिक नहीं है तो उसने बैग को खोला। लेकिन, पैसों से भरा बैग देखकर उसने तुरंत इसकी सूचना प्वॉइंट्समैन और स्टेशन मास्टर को दी।
जिसके बाद रेलवे प्रोटोकॉल के अनुसार स्टेशन मास्टर ने इसकी सूचना रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स को दी। जब अधिकारियों द्वारा इस बैग की जांच की गई तो उसमें 5,75,720 रुपये कैश के साथ प्रयोग किये कपड़े मिले। इसके बाद आरपीएफ ने उस बैग के मालिक की तलाश शुरु कर दी।
जब बैग के मालिक को अपनी भूल का एहसास हुआ तो उसने चेन्नई के स्टेशन पर बैग चोरी होने की शिकायत लिखाई। इसके बाद पुलिस की तरफ से उसे सूचना दी गई कि उसकी गुम हुई बैग मिल गई है और सही-सलामत है।
बैग मिलने के बाद मालिक ने पोय्यामोझी को ईनाम के रुप में कुछ पैसे देने चाहे लेकिन उसने लेने से इनकार कर दिया। पोर्टर ने कहा कि उसने बस अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है। पोय्यामोझी केवल पैसे लौटने के कारण प्रसिद्ध नहीं हुए हैं बल्कि इससे पहले भी उन्होंने बड़ी संख्या में गुम हुए बच्चों को वापस घरवालों से मिलाया है।
इस घटना से प्रभावित चेन्नई के डिविजनल रेलवे मैनेजर ने पोर्टर के ईमानदारी की सराहना करते हुए तंबरम स्टेशन का दौरा कर पोय्यामोझी को उसके काम के लिए स्मृति चिन्ह और रेलवे कोच का मॉडल देकर सम्मानित किया।