मथुरा। अगर आप मथुरा, वृंदावन और बरसाना जाने का मन बना रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है। उत्तरप्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मथुरा में ठाकुर बांके बिहारी की नगरी वृंदावन और राधा जी की प्राकट्य स्थली बरसाना प्रदेश के पहले तीर्थस्थल घोषित किए गए हैं।
सरकार का यह फैसला कई मायनों में अहम है। जानने इससे जुड़ी बड़ी बातें –
– यूपी में धर्मार्थ कार्य मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने बताया कि दोनों तीर्थस्थलों को नो क्राइम जोन बनाया जाएगा और समुचित विकास किया जाएगा। नगर निगम और निकाय चुनाव के बाद बरसाना को नगर पालिका का दर्जा दिया जाएगा।
– हरिद्वार के उत्तराखंड में चले जाने के बाद प्रदेश में कोई भी घोषित तीर्थस्थल नहीं था। पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत के बाद दोनों धार्मिक स्थलों को तीर्थस्थल बनाने की कार्ययोजना तैयार कर ली गई। करीब एक दशक से बरसाना और वृंदावन की जनता दोनों धार्मिक स्थलों को तीर्थस्थल घोषित करने की मांग कर रही थी।
– दोनों धार्मिक स्थलों की पवित्रता को बनाए रखने के लिए यहां अंडा, मांस, मछली और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध भी लग जाएगा। वृंदावन पहले से ही ड्राई जोन है।
– पर्यटकों को ठहरने और घूमने फिरने की सभी सुविधा और सहूलियतें उपलब्ध कराई जाएंगी। दोनों ही धार्मिक स्थलों में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जाएंगे।
– तीर्थ स्थल घोषित होने के साथ ही वृंदावन और बरसाना का संपूर्ण विकास कराया जाएगा। कुंडों, सरोवरों, धार्मिक व ऐतिहासिक धरोहरों को सजाया-संवारा जाएगा।
– वृंदावन में डेढ़ करोड़ तो बरसाना में 60 लाख श्रद्धालु हर साल पहुंचते हैं। मथुरा का वृंदावन क्षेत्र भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली और उनके ज्येष्ठ भ्राता बलराम की क्रीड़ास्थली के रूप में विख्यात है। साथ ही, बरसाना श्री राधारानी की जन्मस्थली और क्रीड़ास्थली है।