इस्टर वीक के आखिरी शुक्रवार को मनाया जाने वाला मसीही समाज का पर्व गुड फ्राइडे आज पूरे विश्व में मनाया जा रहा है। गुरुवार को पर्व की पूर्व संध्या पर गिरजाघरों में प्रार्थना सभा हुई। प्रभु यीशु ने सूली पर लटकाए जाने से एक दिन पहले गुरुवार को अपने शिष्यों के साथ अंतिम ब्यालू का भोज किया था। यह प्रेम का प्रतीक है। इसी की याद में गुड फ्राइडे से एक दिन पहले गुरुवार को गुड थर्सडे मनाया गया। इस दिन ईसाई धर्म के लोग गिरजाघर जाकर अपने भगवान यीशु के सामने प्रार्थना करते हैं। ऐसा माना जाता है कि आज के दिन शोक के रूप में किसी भी चर्च में घंटा नहीं बजाया जाता है।
तो इसलिए मनाया जाता है गुड फ्राइडे
ईसाई धर्म के प्रवर्तक ईसा मसीह को जिस दिन सूली पर चढ़ाया गया और उन्होंने प्राण त्यागे थे, बाइबिल के अनुसार, उस दिन शुक्रवार यानी फ्राइडे था। इसलिए इस शुक्रवार को गुड फ्राइडे के रूप में मनाया जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब ये अक्सर अप्रैल में पड़ता है। गुड फ्राइडे को होली फ्राइडे और ग्रेट फ्राइडे भी कहा जाता है।
क्या है महत्व
कई लोग ईसा मसीह के बलिदान के लिए 40 दिन तक उपवास भी रखते हैं, जिसे लेंट कहा जाता है। वहीं कई लोग सिर्फ शुक्रवार को व्रत रखकर प्रार्थना करते हैं।