हैदराबाद। वैश्विक उद्ममिता शिखर सम्मेलन( जीईएस) सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत आ रही अमेरिकी राष्ट्रपति की बेटी इवांका की वजह से हैदराबाद के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
इवांका के दौरे से पहले हैदराबाद प्रशासन ने फलकनुमा पैलेस होटल के आसपास रहने वाले निवासियों पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। ये पूरा इलाका हैदराबाद पुलिस की निगरानी में है, शहर में सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया है।
फलकनुमा पैलेस इलाके के रहवासी परेशान-
हैदराबाद दक्षिण ज़ोन के डीसीपी वी सत्यनारायण ने बताया कि इवांका ट्रम्प और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 नवंबर की पूर्व संध्या पर फलकनुमा पैलेस में आएंगे।
इसको देखते हुए हैदराबाद शहर और खासतौर से दक्षिण ज़ोन की सुरक्षा में कई एजेंसियां जुटी हुई हैं। उन्होंने बताया, ‘पांच स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था है। आतंरिक घेरे में यूएस सीक्रेट सर्विसेज, एसपीजी और तेलंगाना खुफिया सुरक्षा विंग के ऑफिसर तैनात होंगे। वहीं बाहरी घेराबंदी और कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्थानीय पुलिस तैनात होगी।’
पुलिस ने पहले ही फलकनुमा क्षेत्र के आसपास घेराबंदी और खोज अभियान शुरू कर दिया है। साथ ही पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों के लोगों को भी सलाह दी है कि वे अजनबियों, रिश्तेदारों और मित्रों को इस अवधि के दौरान अपने घर न बुलाएं। हालांकि क्षेत्र के निवासी पुलिस का पूरा सहयोग कर रहे हैं, लेकिन प्रतिबंध के उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
फलकनुमा क्षेत्र के एक निवासी ने कहा कि देखिए, यह काफी व्यस्त इलाका है और पुलिस द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण हमें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हमारे घर रिश्तेदारों के आने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। इससे काफी मुश्किलें आ रही हैं।
इसको लेकर भारतीय उद्यमियों खास तौर से तकनीक विशेषज्ञों में कुछ ज्यादा ही उत्साह देखने को मिल रहा है। बताया जा रहा है कि इवांका फलकनुमा क्षेत्र के ‘ताज फलकनुमा पैलेस’ में विश्व के सबसे बड़े खाने की मेजों में से एक ‘101 डाइनिंग टेबल’ पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि के साथ डिनर कर सकती हैं।
इसलिए भारत आ रही हैं इवांका ट्रंप-
कार्यक्रम के लिए उन लोगों के अावेदनों की बाढ़ आ गई है, जो भारत और अमेरिका के बीच मजबूत होते संबंधों के बीच उबर, एयर बीएनबी या ड्रॉपबॉक्स लॉन्च करने की उम्मीद लगाए हुए हैं।
हालांकि आयोजकों का कहना है कि वे भारत से सिर्फ 400 और अमेरिका व अन्य देश से 800 लोगों का ही चयन कर सकते हैं। जीईएस पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की परिकल्पना थी। इससे पहले यह सम्मेलन वाशिंगटन, इंस्ताबुल, दुबई, माराकेच, नैरोबी, कुआलालंपुर, सिलिकॉन वैली में आयोजित हो चुका है। इस साल इस सम्मेलन का विषय ‘Women First, Prosperity for All’ है।