गुवाहटी। आसाम के गुवाहटी से सिलहट के लिए निकली ट्रेन के ड्राइवर ने अचानक इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए। इससे यात्रियों को कुछ परेशानी जरूर हुई, लेकिन जब उन्हें पता चला कि ड्राइवर कनक चंद्र नाथ ने ब्रेक क्यों लगाए थे, तो उसके लिए ड्राइवर की तारीफ की। दरअसल, रेल ट्रैक पर अचानक एक हाथी टहलता हुआ आ गया था।
वह ट्रेन के इंजन से महज 65 मीटर की दूरी पर था। ऐसे में इंतजार करने या सोचने के लिए ज्यादा समय नहीं था। लिहाजा, कनक ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया और ट्रेन हाथी से करीब 25 मीटर पहले रुक गई। इस इलाके में प्रायः हाथी नहीं देखे जाते हैं।
इसलिए ट्रैक पर अचानक आए हाथी को देखकर जिस तरह से ट्रेन में सवार क्रू जिसमें ड्राइवर कनक, असिस्टेंट लोको पायलट रवि रंजन कुमार और गार्ड अरुन राभा ने तत्परता दिखाई, वह काबिले तारीफ है। अगर उन्होंने तुरंत फैसला नहीं लिया होता, तो हाथी की मौत भी हो सकती थी।
हालांकि, ट्रेन के रुक जाने के बावजूद भी हाथी गुस्सा गया और उसने हमला कर दिया। इससे उसके दांत में चोट आ गई। दर्द निवारक दवाएं दिए जाने और इलाज करने के बाद अब हाथी की हालत में सुधार आ रहा है।
गौरतलब है कि लोगों की जागरुकता की वजह से कई हाथियों की जान बचाई जा सकी है। लोग इन जानवरों को सुरक्षा और उन्हें मार्गदर्शन करने का ख्याल रखते है।
रेल अधिकारियों ने ट्रैक करने के लिए एक केंद्रीय निगरानी प्रणाली से जानकारी का इस्तेमाल करके पता किया कि हाथी ट्रैक पर कहां से आया था। इसके बाद हाथी को उसके घर वापस पहुंचाने के लिए अपरंपरागत तकनीक का इस्तेमाल किया गया।