नई दिल्ली। इलाहबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने बुधवार को विवादास्पद बॉलीवुड फिल्म ‘आदिपुरुष’ के फिल्म निर्माताओं को यह कहते हुए फटकार लगाई कि इसमें रामायण के पात्रों को ‘बड़े शर्मनाक तरीके से’ दर्शाया गया है.
आदिपुरुष’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने कहा कि रामायण, कुरान या बाइबिल पर विवादित फिल्में बनाई ही क्यों जाती हैं, जो लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती हों.
जस्टिस राजेश सिंह चौहान और जस्टिस श्री प्रकाश सिंह ने फिल्म निर्माताओं से सवाल करते हुए कहा कि अगर आप लोग कुरान के ऊपर एक डॉक्युमेंट्री बनाते हैं और उसमे सारी चीज़ें गलत तरीके से दिखाते हैं तो देखिए कि फिर क्या होता है. ये तो बस एक संयोग है की ये मामला हिन्दू धर्म (रामायण) से जुड़ा है नहीं तो कोर्ट की भावनाएं हर धर्म से जुड़ी है.
कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर आज हम चुप रहे तो ये नहीं पता कि आगे क्या होगा. ऐसी घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा, “मैंने खुद इस पिक्चर में देखा है कि भगवन शंकर बड़े ही हास्यास्पद तरीके से हाथ में त्रिशूल ले कर भाग रहे हैं. क्या अब यही सारी चीज़ें दिखाई जाएंगी? क्या ये रुकना नहीं चाहिए?”