जम्मू। आतंकियों से लड़कर अपनी पहचान दुनिया में बनाने वाली नोबल प्राइज विनर मलाला युसुफजई की जिंदगी पर फिल्म बनने जा रही है। फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई है और कहा जा रहा है कि यह फिल्म सिनेमाघरों में गुल मकई के नाम से रिलीज होगी।
अमजद खान के द्वारा निर्देशित इस फिल्म में रीमा शेख, दिव्या दत्ता, मुकेश रिषी, अभिमन्यु सिंह और ऐजाज खान हैं। पिछले कुछ समय से कश्मीर के गंदरबेल और कंगन में गुल मकई की शूटिंग जारी है।
निर्देशक अमजद खान ने फिल्म के बारे में बात करते हुए बताया, फिल्म का बहुत बड़ा भाग भुज और मुंबई में शूट किया जा चुका है। अब हम यहां फिल्म के आखिरी भाग की शूटिंग कर रहे हैं। फिल्म में मुख्य रूप से उनके संघर्ष को दिखाया जाएगा। बता दें कि वे अंतर्राष्ट्रीय मंच पर शिक्षा को लेकर अपेन विचार रखती आई हैं।
2014 में बनीं सबसे कम उम्र की नोबेल प्राइज विनर
पाकिस्तान की नोबेल पुरष्कार विजेली मलाला युसुफजई ने फिलहाल ऑक्सफोर्ड में दाखिला लिया है। जहां वे दर्शन, राजनीति और अर्थशास्त्र की पढ़ाई कर रही हैं। मलाला युसूफजई को 2014 में भारत के कैलाश सत्यार्थी के साथ संयुक्त रूप से नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था। उस वक्त मलाला की उम्र महज 17 साल थी और वो नोबेल शांति पुरस्कार पाने वालों की सूची में सबसे कम उम्र की विजेता हैं।
तालिबानियों का हुई थीं शिकार
आपको बता दें कि, लड़कियों की शिक्षा के अधिकार के लिए आगे आईं 20 वर्षीय मलाला पर 2012 में पाकिस्तानी तालिबानी ने हमला किया था। मलाला युसूफजई तब महज 15 साल की थीं जब तालिबान के एक बंदूकधारी ने उनके सिर में गोली मार दी थी। स्वात घाटी में उस वक्त मलाला अपने स्कूल की परीक्षा दे कर गांव वापस जा रही थीं। मलाला ने पाकिस्तान की लड़कियों को पढ़ाई के प्रति जागरूक करने की कोशिश की थी। इस हमले के तुरंत बाद उन्हें इलाज के लिए बर्मिंघम ले जाया गया और तब से वह अपने पूरे परिवार के साथ बर्मिंघम में ही रह रही हैं। यहीं से उनकी पढ़ाई और लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने का अभियान चल रहा है।