कोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी की बेहद करीबी अफसरों में शामिल रही आईपीएस भारती घोष ने अपना इस्तीफा डीजीपी सुरजीत कर पुरकायस्थ को भेज दिया है। तबादले के आदेश मिलने के 72 घंटे के अंदर इन्होंने इस्तीफा देने का फैसला ले लिया। कथित तौर पर झाड़ग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सभा के दौरान भारती घोष द्वारा उन्हें जंगलमहल की मां कहा था।
भारती के इस फैसले के बाद राजनीतिक हलके में उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं हो रही हैं। बताते चलें कि 25 दिसंबर को पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर की एसपी भारती घोष का तबादला कर बैरकपुर कमिश्नरेट में स्टेट आर्म्ड पुलिस, थर्ड बटालियन का कमांडिंग ऑफिसर बनाया गया था।
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जब राज्यसभा सांसद मानस भुइंया से बीजेपी के वोट बढ़ने की वजह पूछी, तो उन्होंने इसके लिए भारती घोष को जिम्मेदार बताया था। मानस ने मुख्यमंत्री से यह भी कहा भारती घोष उनकी नहीं बल्कि मुकुल रॉय की करीबी हैं।
माना जा रहा है कि इसके बाद उनके तबादले का आदेश जारी हुआ था। गौरतलब है कि पार्क स्ट्रीट बहुचर्चित रेप कांड के बाद आईपीएस दमयंती सेन का सजा के तौर पर बैरकपुर में ही तबादला हुआ था।
कौन हैं भारती
भारती घोष ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से मैनेजमेंट विषय में स्नातक किया है। पश्चिम बंगाल पुलिस में शामिल होने के पहले वह कलकत्ता मैनेजमेंट इस्टीट्यूट में शिक्षिका थीं। सीआईडी वुमेन सेल में भी उन्होंने काम किया है।
कसोवो और बोस्निया में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भारती ने काम किया है। साल 2011 के मध्य में वह मिशन से राज्य लौटीं। उस वक्त मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में राज्य में तृणमूल कांग्रेस की सरकार थी। कुछ समय के बाद ही भारती घोष की पोस्टिंग झाड़ग्राम व पश्चिम मेदिनीपुर मेें पुलिस अधीक्षक के तौर पर हुई।
भारती को छह बार यूएन मेडल मिल चुका है। साल 2014 में कमेंडेबल सर्विसेज के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी उन्हें पुरस्कृत किया था।