जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि धूल भरी आंधी के कारण तंबू गिरने की ‘गलत सूचना’ की वजह से उनकी जमवारामगढ़ यात्रा में एक घंटे की देरी हुई।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भरतपुर से हेलीकॉप्टर से जमवारामगढ़ पहुंचे। बाद में उन्होंने महंगाई राहत शिविर का दौरा किया और जयपुर जिले के जमवारामगढ़ में एक जनसभा को संबोधित किया।
जमवारामगढ पहुचंने पर गहलोत को पता चला कि वहां ऐसा कुछ नहीं हुआ था और यह महज एक गलत सूचना थी।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को सभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक गलत सूचना के कारण वे जमवारामगढ़ में एक घंटे देरी से पहुंचे।
उन्होंने कहा, ”उन्हें बताया गया कि वहां (जमवारामगढ में) धूल भरी आंधी आई थी, तंबू गिर गया। यह गलत सूचना दी गई… मैंने एक घंटे तक इंतजार किया।”
उन्होंने कहा, ”जब मैं यहां आया तो पता चला कि यहां लोग गर्मी में बैठे हैं, बहनें उमस से परेशान हो रही हैं। इससे मुझे परेशानी होती है।” उन्होंने कहा, ”बिना किसी कारण के एक घंटा बर्बाद हो गया।”
इसके बाद जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) में तैनात राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) अधिकारी अनिता कुमारी खटीक को निलंबित कर दिया गया। हालांकि कार्मिक विभाग की ओर से जारी आदेश में निलंबन का कारण नहीं बताया गया।सूत्रों ने कहा कि वह जमवारामगढ़ में मुख्यमंत्री के महंगाई राहत शिविर की तैयारियों में शामिल थीं।