हैदराबाद। साइबराबाद पुलिस ने पांच सदस्यों के एक गैंग का खुलासा किया है जो कि ईकॉमर्स साइट अमेजन के साथ धोखाधड़ी करते थे। गैंग के इन सदस्यों में से तीन इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स थे। ये गैंग इस ऑनलाइन पोर्टल के जरिए प्रोडक्ट्स ऑर्डर करते थे और प्रोडक्ट मिल जाने के बाद, शिकायत करते थे कि उन्हें खाली पैकेट मिला और इस तरह उन्हें प्रोडक्ट दो बार मिल जाता था।
इस गैंग ने अमेजन पोर्टल पर 800 अकाउंट्स बना रखे थे और हर खरीदी के लिए अलग सिम कार्ड का यूज करते थे। उन्होंने पिछले एक साल में 800 मोबाइल ऑर्डर किए और 1600 मोबाइल हासिल किए। वे ऑर्डर बुक करने के लिए प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड्स का यूज करते थे। पुलिस ने इनके पास से 10.75 लाख कैश, 556 प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड्स, 21 मोबाइल और लेपटॉप्स रिकवर किए हैं। कोलकाता का सिम कार्ड सप्लायर फरार है।
दिनेश, प्रदीप और प्रवीण नाम के आरोपी ने 70 प्रतिशत अंकों से इंजीनियरिंग पूरी की थी। पुलिस के मुताबिक, वेरिफिकेशन के दौरान अमेजन सेलर सर्विसेस ने पाया कि लगभग 300 प्रोडक्ट्स को 15.90 लाख रुपए से ज्यादा की कीमत पर कस्टमर्स को डिलीवर किया है। इसकी शिकायत साइबराबाद के साइबर क्राइम पुलिस को दर्ज की गई।
जांच में, यह खुलासा हुआ कि धोखाधड़ी के ट्रांजेक्शन 1200 से ज्यादा है और सभी प्रोडक्ट्स अमीरपेट में 2 किमी के दायरे में डिलीवर हुए। इन सुरागों और तकनीकी सबूतों व कॉन्टेक्ट नंबर्स, डिलीवरी एड्रेस और ट्रांजेक्शंस के ड्यूरेशन के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा।
साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वीबी सज्जानर ने कहा कि दिनेश और प्रदीप शहर में नौकरी की तलाश में आए थे। मार्च 2017 में उन्होंने अमेजन से एक जोड़ी जूते ऑर्डर किए लेकिन प्रोडक्ट मिलने के बाद उन्होंने शिकायत की पैकेट खाली था तो उन्हें दूसरा प्रोडक्ट दे दिया गया।