धनबाद। झारखंड में धनबाद नगर निगम के कर्मियों ने एक महिला के शव को कचरा गाड़ी में उठाकर बिना पोस्टमार्टम कराए उसका अंतिम संस्कार कर दिया, जबकि विभाग के पास शव वाहन भी उपलब्ध है। ऐसी अमानवीय हरकत की शहर भर में आलोचना हो रही है।
गुरुवार को निगम क्षेत्र के वार्ड 19 में भूली मोड़ के पास एक वृद्ध महिला का शव पड़ा मिला। शव देख वहां आसपास के लोग जुट गए। उन्होंने इसकी सूचना स्थानीय पार्षद माहजबीं परवीन को दी। उन्होंने तुरंत इस मामले से पार्षद निसार को अवगत कराया। निसार ने निगम से कचरा उठानेवाली गाड़ी मंगवाई और पुराना बाजार चैंबर ऑफ कॉमर्स को सूचना दी।
गाड़ी आने के बाद दो कर्मचारियों ने शव को सफेद कपड़े में बांधा और उसे उठाकर गाड़ी में लाद दिया। शव को मटकुरिया श्मशान घाट भेजा गया, जहां पुराना बाजार चैंबर के पदाधिकारियों ने दाह संस्कार कर दिया। इस बीच, महिला का शव कचरा गाड़ी में उठाए जाने के मामले ने जोर पकड़ लिया है। निगम के अमानवीय व्यवहार पर लोग अंगुली उठा रहे हैं।
कार्यपालक पदाधिकारी समेत तीन को कारण बताओ नोटिस-
10-10 लाख रुपये के दो वातानुकूलित शव वाहन रहते हुए भी शव को कचरा वाहन से ढोने के मामले में निगम ने कार्यपालक पदाधिकारी, वार्ड सुपरवाइजर व चालक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
लोगों ने उठाये सवाल-
स्थानीय लोगों ने सवाल उठाया कि शव का पोस्टमार्टम और पहचान किए बगैर उसका दाह संस्कार कैसे कर दिया गया। पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी गई। लावारिस शव को भी कचरा समझकर निस्तारित कर दिया गया। मृत महिला के बारे में बताया जा रहा है कि वह पिछले दो महीने से भूली मोड़ और इसके आसपास घूमा करती थी। उसके पैर में गहरे जख्म थे। वह चीखती और चिल्लाती थी। मांगकर जो मिल जाता उसे खा लेती थी।
बहुत दिनों से लोग उसे देख रहे थे। गुरुवार को अचानक उसका शव देखा गया। नगर आयुक्त मनोज कुमार सिंह का कहना है कि मामले की जानकारी मिली है। कचरे की गाड़ी में शव को नहीं ले जाना चाहिए था। मामले की जांच कराई जाएगी।