अमरनाथ यात्रा पर हमला करने वाले आतंकियों का मुठभेड़ में सेना ने किया सफाया

asiakhabar.com | December 5, 2017 | 1:59 pm IST

श्रीनगर। अमरनाथ यात्रियों पर हमला करने वाले आतंकियों से देश की सेना ने बदला ले लिया है। सोमवार को दक्षिण कश्मीर में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित बोनीगाम (काजीगुंड-कुलगाम) में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने आतंकियों को मार गिराया।

इसकी पुष्टि करते हुए जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वेद ने ट्वीट कर बताया कि सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों अबु माविया, फुरकान और यावर को मार गिराया है। यह तीनों उस आतंकी ग्रुप के सदस्य थे जिसने अमरनाथ यात्रा पर हमला किया था।

दरअसल इन आतंकियों ने सोमवार को सैन्य काफिले पर हमला किया और भाग गए थे। लश्कर-ए-तैयबा के इन आतंकियों को जवानों ने छह घंटे चली मुठभेड़ में मार गिराया। हमले में एक सैन्यकर्मी शहीद व दो अन्य जवान जख्मी हो गए। मुठभेड़ के दौरान हाईवे पर यातायात ठप रहा।

अफवाहों और शरारती तत्वों के मंसूबों से निपटने के लिए प्रशासन ने अनंतनाग, काजीगुंड व कुलगाम में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है। जानकारी के अनुसार सैन्य वाहनों का एक काफिला दोपहर को श्रीनगर की तरफ जा रहा था। बोनीगाम के पास अचानक आतंकियों ने काफिले पर हमला कर दिया। इसमें तीन जवान जख्मी हो गए। घायल जवानों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां एक सैनिक ने दम तोड़ दिया। अन्य दो की हालत स्थिर बताई जाती है।

इस बीच हमला होते ही सैन्य वाहन रुक गए और उनमें सवार जवानों ने भी पोजीशन लेकर जवाबी फायर किया। इस पर आतंकी भाग निकले, लेकिन जवानों ने उनका पीछा किया और नुस्सु के निकट उन्हें घेर लिया। आतंकी अपनी जान बचाते हुए वहां स्थित एक निजी स्कूल के साथ सटी एक इमारत में घुस गए। एसएसपी कुलगाम श्रीधर पाटिल ने बताया कि आतंकियों को आत्मसमर्पण करने का पूरा मौका दिया गया, लेकिन वे नहीं माने।

मुठभेड़स्थल के आसपास स्थित मकानों से सभी लोगों को सुरक्षाबलों ने आतंकियों की फायरिंग के बीच ही सुरक्षित जगह पर पहुंचाया। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि स्कूल में अवकाश था, अन्यथा वहां पढ़ने वाले बच्चों की जान को खतरा हो सकता था। मुठभेड़ के दौरान आम लोगों के जानमाल की हानि से बचने के लिए श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर वाहनों की दोनों तरफ से आवाजाही भी बंद कर दी गई।

इस बीच बड़ी संख्या में आतंकी समर्थक भी भड़काऊ नारेबाजी करते हुए मुठभेड़स्थल व उसके साथ सटे इलाकों में हिसा पर उतर आए। उन्होंने आतंकियों को मार गिराने में जुटे जवानों पर पथराव शुरू कर दिया। उन्हें काबू करने के लिए सुरक्षाबलों को भी बल प्रयोग करना पड़ा। हिसक झड़पों में एक दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। इनमें से एक सुहेल अहमद को गोली लगी है। पुलिस के अनुसार सुहेल मुठभेड़ के दौरान आतंकियों व सुरक्षाबलों की क्रॉस फायरिंग की चपेट में आकर जख्मी हुआ है।

अधिकारियों ने बताया कि शाम सात बजे आतंकियों की तरफ से गोलियों की बौछार पूरी तरह बंद हो गई। इस दौरान एक जोरदार धमाके में वह इमारत भी नष्ट हो गई, जिसमें आतंकियों ने शरण ली थी। इमारत में एक दर्जन से ज्यादा दुकानें थी। लगभग आधे घंटे बाद सुरक्षाबलों ने तलाशी लेनी शुरू की तो उन्हें वहां गोलियों से छलनी दो आतंकियों के शव मिले। इसके बाद तीसरे आतंकी का शव देर रात बरामद हुआ।


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