नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्रालय 13 जुलाई को अपराध और सुरक्षा विषय पर होने वाले जी-20 सम्मेलन की मेजबानी करेगा। यह जानकारी बुधवार को केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर दी। मंत्रालय के अनुसार सम्मेलन में जी-20 देशों, 9 विशेष रूप से आमंत्रित देशों व दुनिया भर से विशेषज्ञों सहित 700 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा लेंगे।
गृह मंत्रालय की एक अन्य विज्ञप्ति के अनुसार यह सम्मेलन 13 और 14 जुलाई को गुरुग्राम, हरियाणा में आयोजित की जाएगी। दो दिवसीय सम्मेलन इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (एनएससीएस) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) इस आयोजन में साझेदार होंगे। राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय, नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, इंटरपोल और यूएनओडीसी (यूएनओडीसी) संयुक्त रूप से इस सम्मेलन का आयोजन करेंगे।
उल्लेखनीय है कि इस प्रस्तावित जी-20 सम्मेलन के बारे में विस्तृत चर्चा के लिए बीते दिनों दिल्ली में एक राउंडटेबल बैठक आयोजित की गई थी। इसमें विभिन्न मंत्रालयों और भारत सरकार के संगठनों और सहयोगी संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा 20 से अधिक देशों के राजदूतों, उच्चायुक्तों और वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। गोलमेज बैठक के दौरान केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने भाग लेने वाले गणमान्य व्यक्तियों को आगामी सम्मेलन की रूपरेखा से अवगत कराया था और देशों से सम्मेलन के लिए उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का अनुरोध किया
ये सम्मेलन, जी-20 देशों, अतिथि/आमंत्रित देशों और अंतरराष्ट्रीय निकायों को एक साथ लाएगा। भारत सरकार के मंत्रालय/संगठन, राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिव/प्रशासक, पुलिस महानिदेशक, साइबर विशेषज्ञ और कानूनी क्षेत्र, शिक्षाविद, प्रशिक्षण संस्थान, वित्तीय मध्यस्थ, फिनटेक, सोशल मीडिया मध्यस्थ, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, साइबर फोरेंसिक, नियामक, स्टार्टअप, ओवर द टॉप (ओटीटी) सेवा प्रदाता, ई-कॉमर्स कंपनियां आदि का प्रतिनिधित्व करने वाले अतिथि वक्ता भी सम्मेलन में भाग लेंगे।