नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कांग्रेस और जनता दल (एस) के नेताओँ के इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया कि कर्नाटक में उनके विधायकों को 100 करोड़ रुपये का प्रलोभन दे कर तोड़ने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि ‘इसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते।‘ दिनभर चलनेवाले इंडिया टीवी कॉन्क्लेव के दौरान ‘आप की अदालत’ शो में रजत शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मैं लंबे अर्से से उत्तर प्रदेश की राजनीति में रहा हूं। मैंने सरकारों को बनते और टूटते देखा है, मैं दावे से कह सकता हूं, उत्तर प्रदेश में एक भी व्यक्ति यह नहीं कह सकता की हमारी पार्टी ने कभी खरीद-फरोख्त को प्रोत्साहन दिया।’ गृहमंत्री ने कहा, ‘कर्नाटक में अगर कुछ विधायक चाहते हैं कि एक स्थिर सरकार हो और अगर ऐसे कुछ विधायक इस आधार पर हमें समर्थन करते हैं तो हम उन्हें मना नहीं कर सकते।’
अगर अन्य दलों के विधायक हमें समर्थन देते हैं तो हम मना नहीं कर सकते: राजनाथ
asiakhabar.com | May 19, 2018 | 4:58 pm IST यह पूछे जानेपर कि कहीं ऐसा तो नहीं कि प्रोलभन के चलते ये विधायक पाला बदलना चाहते हैं, राजनाथ सिंह ने कहा, ‘अब इसका सही जवाब तो वही दे सकते हैं। मैं किसी व्यक्ति की नीयत का सर्टिफिकेट तो जारी नहीं कर सकता। लेकिन अगर कोई आगे बढ़कर हमें समर्थन करना चाहता है तो स्वाभाविक तौर पर हम उसे स्वीकार करेंगे’। राजनाथ सिंह ने कहा, ‘कर्नाटक की जनता ने हाल में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी को जनादेश दिया है। हमारी पार्टी 104 सीटें प्राप्त कर सबसे पार्टी के तौर पर उभरी है। स्वाभाविक तौर पर राज्यपाल ने अपने विवेकाधिकार का प्रयोग कर हमारी पार्टी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है।’
जब रजत शर्मा ने यह कहा कि पिछले साल गोवा में चुनाव के बाद कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी थी तो उसे सरकार क्यों नहीं बनाने दिया गया, राजनाथ सिंह ने कहा, ‘गोवा में हमने नहीं कहा कि सबसे बड़ी पार्टी को आमंत्रित नहीं किया जाय। वहां की सबसे बड़ी पार्टी (कांग्रेस) ने सरकार बनाने का दावा ही पेश नहीं किया। इस कारण जिसने दावा पेश किया उसे आमंत्रित किया गया।’ गृह मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा विधानसभा में बहुमत साबित करने को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं और ‘वे ऐसा करेंगे’।
एक सवाल के जवाब में कि बिना बहुमत हासिल किए सरकार बनाने की कला बीजेपी ने कैसे हासिल की, सिंह ने कहा: ‘यह कला नहीं है, यह लोगों की हमारी पार्टी में विश्वास की अभिव्यक्ति है। यह वे लोग हैं जो कि आगे आकर हमसे कहते हैं कि राज्य में केवल बीजेपी स्थिर सरकार दे सकती है।’ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों पर कि मीडिया और न्यायपालिका में डर का माहौल है, सिंह ने कहा: अगर न्यायपालिका में डर होता तो फिर क्या कल जो सुप्रीम कोर्ट कर्नाटक में एक दिन में फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया होता ?
कश्मीर में रमजान के दौरान सीजफायर
कश्मीर में रमजान के दौरान सुरक्षाबलों के ऑपरेशन पर रोक की घोषणा पर गृह मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह फैसला किसी के कहने पर नहीं लिया गया। राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हमने यह फैसला किसी के कहने पर नहीं लिया। यह बेहद सोच-समझकर लिया गया फैसला है। रमजान एक पवित्र महीना है और हम चाहते हैं कि कश्मीर के लोग इस त्योहार को शांतिपूर्वक मनाएं। लेकिन मैं एक बात बिल्कुल साफ कर देना चाहता हूं कि अगर सुरक्षाबलों पर हमले हुए या सीमापर किसी तरह की घुसपैठ हुई तो निश्चित तौर पर हम जवाबी कार्रवाई करेंगे। हमने अपने जवानों का हाथ नहीं बांध रखा है।’
लश्कर-ए-तोयबा की इस धमकी पर कि वे सुरक्षाबलों पर लगातार हमले जारी रखेंगे, सिंह ने कहा: ‘अगर वे हमला करेंगे तो उसका परिणाम भी भुगतेंगे। ‘हाफिज सईद की मुराद (कश्मीर पर कब्जा) कभी पूरी नहीं होगी’। जब रजत शर्मा ने उनसे यह पूछा कि क्या घाटी के हालात में सुधार हुए हैं, सिंह ने कहा: ‘मैं इतना कह सकता हूं कि मौजूदा समय में घाटी के हालात हमारी अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं हैं। कश्मीर के हालात सुधरने चाहिए। चाहे जो कुछ हो, हम कश्मीर में हालात सुधार कर रहेंगे ।’
‘हमारा मानना है कि कश्मीर हमारा था, हमारा है और हमारा रहेगा। कश्मीरीहमारे साथ थे, हैं और रहेंगे… पाकिस्तान अभी भी लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है लेकिन मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि हम देशवासियों की आकांक्षाओं को पूरा करने में पीछे नहीं रहेंगे।’ गृह मंत्री ने भारतीय संविधान की धारा 370 से जुड़े सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, मैं इसपर नहीं बोलूंगा। मुझे पूरे राष्ट्र की चिंता है। हम क्या फैसला लेंगे यह परिस्थितियों पर निर्भर होगा। मैं किसी तरह का तनाव पैदा करने के लिए कोई बयान नहीं दूंगा’