अनिल रावत
देहरादून। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने-अपने घरें में योग करने
के ऑहृान पर रविवार को उत्तराखंड के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्रियों, विधायकों और सैनिकों सहित योग गुरुओं ने
अपने-अपने घरों अथवा योग केंद्रों में योगाभ्यास किया। इस वर्ष कोरोना वायरस (कोविड-19) प्रकोप के मद्देनजर
योग के सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किये गये। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने राजभवन में अपने परिजनों के
साथ योगाभ्यास किया।
उन्होंने योग दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि योग स्वस्थ मन और स्वस्थ
तन दोनों के लिए आवश्यक है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी परिजनों के साथ अपने घर पर आयुष विभाग के
योगाभ्यास प्रोटोकोल के अनुसार योगासन किए। त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रधानमंत्री के सफल प्रयासों से सारा विश्व 21
जून को योग दिवस के रूप में मना रहा। इस बार के योग दिवस का आयोजन विशेष परिस्थिति में हम लोग कर
रहे हैं।
कोविड-19 महामारी से बचने के लिए हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत (इम्यूनिटी) होना बहुत जरूरी है और
योग के द्वारा हम अपनी इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने नियमित योगाभ्यास को अपनी दैनिक जीवनचर्या
में लाने का ऑहृान करते हुए कहा कि हम सभी रोजाना एक घंटा अवश्य योगाभ्यास करें। स्वयं भी निरोग रहे,
स्वयं की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए और औरों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करें।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के चीनी सीमा पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के नेपाल सीमा पर तैनात
जवानों के अतिरिक्त, राज्य पुलिस के अधिकारियों और जवानों ने भी अपने शिविरों में योगाभ्यास किया।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल ने अधीनस्थों के साथ अपने सरकारी आवास में, शहरी विकास मंत्री मदन
कौशिक ने हरिद्वार में, वन मंत्री हरक सिंह रावत ने परिजनों के साथ और महिला सशक्तिकरण एवं बाल कल्याण
मंत्री रेखा आर्य ने एमकेपी डिग्री कालेज में महिलाओं के साथ योग साधना की।
योग गुरु के रूप में विख्यात स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने पतंजलि योग पीठ में आयोजित शिविर में
योग साधना की। इसी तरह ऋषिकेश में स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने अपने आश्रम परमार्थ निकेतन में अपने
शिष्यों और विद्यार्थियों के साथ योगाभ्यास किया।