सुमन नेगी
छोटे बच्चों के लिए सर्दियां खास एहतियात रखने का समय होता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण
बच्चे आसानी से कोल्ड, कफ, गले, सीने के संक्रमण और डायरिया की चपेट में आ जाते हैं। गिरते हुए पारे के दौरान
नवजात शिशुओं के लिए कंगारू केयर और ब्रेस्ट फीडिंग सबसे अच्छे तरीके हैं।
बच्चे को खुद से चिपकाएं:- नवजात शिशु को ठंड से बचाने का सबसे अच्छा तरीका है उसे शरीर से चिपका कर
रखना। इसे कंगारू तकनीक कहा जाता है। इसके मुताबिक जब मां बच्चे को खुद से चिपकाए रखती है तो मां के
शरीर की गर्मी बच्चे को मिलती है और बाहर की ठंड से उसका बचाव होता है। इससे मां और बच्चे का रिश्ता भी
मजबूत होता है।
घर का माहौल आरामदायक बनाएं:-
-बच्चे के पालने को किसी ऊनी कपड़े द्वारा चारों तरफ से बांध दें। इससे ठंडी हवा पालने के अंदर नहीं जा पाएगी।
-बिस्तर पर गर्म पानी की बोतल या हीटिंग पैड रखें, बच्चे को गर्मी मिलती रहेगी।
-घर का तापमान 24-25 डिग्री सेल्सियस के आसपास होना चाहिए।
जरूरत से ज्यादा गर्म कपड़े न पहनाएं:-
-बच्चे अपने शरीर के तापमान को नियंत्रित नहीं कर पाते और उनके हाथ, पैर व सिर से शरीर की गर्मी निकल
जाती है, इसलिए शरीर के इन हिस्सों को ढक कर रखना बेहद जरूरी है।
-बच्चे को ज्यादा से ज्यादा तीन गर्म कपड़े पहनाएं। सबसे पहले उन्हें सूती वेस्ट पहनाएं, उसके ऊपर थर्मल या बॉडी
सूट पहनाएं, उसके बाद कोई जैकेट या स्वेटर पहनाएं।
-किसी भारी स्वेटर, जैकेट या फिर किसी गर्म चादर से बच्चे को न लपेटें। ज्यादा गर्म कपड़े पहनाने से उसे पसीना
आ सकता है, जिससे रैशेज पड़ने व ठंड लगने की आशंका बढ़ जाती है।
-बच्चे के पूरे शरीर को किसी तेल से (खासतौर पर जैतून का तेल) हल्के-हल्के मसाज करें।
-सुबह के समय 20 से 30 मिनट के लिए बच्चों को बाहर की हवा जरूर खिलाएं। इससे उनकी रोग-प्रतिरोधी क्षमता
विकसित होती है।
-डॉक्टरों के मुताबिक बच्चों को उचित मात्रा और सही समय पर ब्रेस्ट फीड कराना जरूरी है।
क्या करें:-
-बच्चे को जब नहलाने जाएं तो पहले से ही बाथरूम को गर्म रखें।
-बच्चे को पहनाने या सफाई करने के लिए मुलायम गर्म कपड़ों का ही इस्तेमाल करें। गर्म ऊन के कैप और दस्ताने
बच्चों के हाथ, सिर और चेहरे की संवेदनशील त्वचा को ठंड से बचाते हैं।
-विटामिन ए, डी और ई से भरपूर स्किन केयर उत्पादों का इस्तेमाल करें।
-जहां तक स्किन केयर उत्पादों का सवाल है, उनमें बेबी पाउडर की जगह कोल्ड क्रीम का इस्तेमाल करें। इससे
त्वचा का रुखापन और बेचैनी दूर हो जाती है।
ताकि ठंड न लगे:-
-बच्चे को उन लोगों के पास न ले जाएं, जिन्हें जुकाम हो रहा हो।
-बच्चों में ठंड में होने वाली परेशानियों के लक्षण 2 हफ्तों तक के लिए दिखाई देते हैं।
-जब बच्चे की हालत बिगड़ जाए या बुखार 100 डिग्री से ऊपर चला जाए या फिर उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो
और बच्चा कुछ खाने में रुचि न दिखाए तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं।