हिमाचल प्रदेश के लेखक संतोष उत्सुक की बाल कविता ‘पानी बचाएं’ में पानी को बचाना कितना जरूरी है यह दर्शाया गया है।
गरमी का मौसम है आया
आओ सब थोड़ा पानी बचाएं
नहाना बहुत ज़रूरी है मगर
बाल्टी छोटी रखें बड़ी हटाएं
पानी कम है तभी कार को
नहलाएं नहीं टावलबाथ कराएं
प्यासे पौधे मांगें जब जल
पाइप से नहीं मग से पिलाएं
बारिश आए तो उपाय कर
पानी बचाकर प्रयोग में लाएं