यही मौसम है पार्क में जाकर पिकनिक मनाने का। अगले महीने गर्मी बढ़ जाएगी तो तुम्हारा मन भी नहीं करेगा
पार्क में जाने का। जाने की प्लानिंग करने से पहले दिल्ली के पार्कों के बारे में तो जान लो…
गर्मियां शुरू हो चुकी हैं और जल्दी ही दो महीने की छुट्टियां भी हो जाएंगी। तब तो तुम शहर या उसके आसपास
घूमने की योजना बना लेना। पर अभी अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने का बिल्कुल सही समय है। पिकनिक
मनाने के कई फायदे भी हैं। इससे तुम्हारी फिजिकल एक्टिविटी बढ़ती है, जिससे रक्त संचार अच्छा होता है। नए
गेम्स खेलने की योजना बनाते हो तो रचनात्मकता बढ़ती है। आउटडोर में खेलने से और हरियाली में जाने से आंखों
से लेकर शरीर को फायदा होता है। परिवार और दोस्तों के साथ मस्ती करने का समय मिलता है और दोस्तों के
साथ बांडिंग बढ़ती है। तो देर किस बात की, तुम इस बार घर के आसपास कहीं पिकनिक मनाने की योजना बना
लो, इसमें हम आज तुम्हारी मदद करेंगे।
तुम्हारे लिए चिल्ड्रन पार्क यह पार्क इंडिया गेट के सामने है। यहां खूब सारे झूले हैं। इतने सारे और तरह-तरह के
झूले कि तुम थक जाओगे, पर झूले खत्म नहीं होंगे। सीसॉ, स्लाइड, रॉकर्स, व्हील्स, स्लाइड क्लाइंबर्स यहां हैं। इन
झूलों के अलावा यहां म्यूजिकल फाउंटेन और साइंस गैलरी भी है। इस पार्क में फिश एक्वेरियम, हर्बल गार्डन और
एंफीथिएटर भी है। पार्क के बंद होने का समय शाम साढे़ पांच बजे है। यानी तुम चिल्ड्रन पार्क में मस्ती के बाद
इंडिया गेट भी घूम सकते हो। यह पार्क सुबह 9.30 बजे खुल जाता है और यहां एंट्री फ्री है।
गार्डन ऑफ फाइव सेंसिज:- यह 20 एकड़ क्षेत्र में फैला है। यहां 500 बेल्स लगी हैं, जिनकी मनमोहक आवाज
लोगों को आकर्षित करती है। यहां पत्थरों से बने हाथी तुम्हें काफी पसंद आएंगे। पार्क में हर्बल गार्डन, फव्वारे,
खूबसूरत नक्काशी का काम है। छोटी रेल भी चलती है यहां। खाने-पीने और खरीदारी के साथ-साथ बहुत से गेम्स
भी हैं। यहां सोलर एनर्जी पार्क है जहां तुम सोलर पावर्ड बस, कार, साइकिल देख सकते हो। इस सोलर पार्क के
लिए गार्डन को 2004 में लिम्का बुक में शामिल किया गया।
यहां भी घूमने जा सकते हो…:- इन पार्कों के अलावा तुम इंडिया गेट जा सकते हो, जहां खूब सारी हरियाली है।
कनॉट प्लेस का सेंट्रल पार्क, इंद्रप्रस्थ पार्क, जूलॉजिकल गार्डन, मिलेनियम पार्क, कालकाजी डिस्ट्रिक्ट पार्क भी जा
सकते हो। ये सभी पार्क काफी खूबसूरत हैं। इनके अलावा तुम चाहो तो सूरज कुंड, सुल्तानपुर बर्ड सेंक्चुरी, बड़कल
लेक, असोला वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी, जहांपनाह सिटी फॉरेस्ट, नेहरू पार्क, कालिंदी कुंज भी घूमने जा सकते हो। ये
सभी स्थान तुम्हारी पिकनिक के लिए बिल्कुल सही रहेंगे। तुम चाहो तो अपने मम्मी-पापा के साथ बात करके उस
पार्क में जा सकते हो जो तुम्हारे घर के नजदीक हो और जिसे तुमने अब तक न देखा हो। अपने दोस्तों और उनके
परिवार को भी इस मस्ती में शामिल कर सकते हो।
ताल से बना तालकटोरा:- तालकटोरा गार्डन बहुत पुराना है। इसे तुम ऐतिहासिक स्थल भी कह सकते हो। कहा
जाता है कि पुराने समय में यह एक ऐसा स्थान था, जहां खूब सारा पानी था। यहीं पर 1738 में मुगलों और
मराठों के बीच युद्ध हुआ था, जिसमें मराठों ने मुगलों को हराया था। किसी समय में यहां एक कुंड हुआ करता
था, इसलिए इस गार्डन का नाम तालकटोरा रखा गया। यहां फूलों के अलावा एक बडम स्टेडियम भी है।
बुद्धा जयंती पार्क:- इस पार्क को भगवान बुद्ध की 2500वीं जयंती पर बनाया गया था। इस पार्क की खासियत
यह है कि इसे जापानी शैली में बनाया गया है। श्रीलंका से लाया गया असली बोधी ट्री यहां की सबसे देखने लायक
चीज है। खूबसूरत पेड़-पौधों से भरे इस पार्क में पानी के बीचों-बीच भगवान बुद्ध की सुंदर मूर्ति लगाई गई है और
पानी के चारों ओर जो रास्ता बना है, उसे रंगीन पत्थरों से सजाया गया है। ये रंगीन पत्थरों से बना रास्ता
कालचक्र मंडल को दर्शाता है, जिसमें पीले पत्थर धरती, सफेद पत्थर पानी, लाल पत्थर आग, काले पत्थर हवा और
हरे पत्थर अंतरिक्ष के समान माने गए हैं। ये रास्ता परिक्रमा कहलाता है। बुद्धा जयंती पार्क में जाने का समय
सुबह पांच से शाम सात बजे तक का है।
डियर पार्क:- यह पार्क हौज खास इलाके में स्थित है। इस पार्क का असली नाम डिस्ट्रिक्ट पार्क है। इस पार्क का
सबसे बड़ा आकर्षण यहां पाये जाने वाले हिरण हैं। इनके अलावा तुम्हें यहां पर बत्तखें और खरगोश भी देखने को
मिल जाएंगे। यहां तुम बच्चों के लिए झूलों का भी इंतजाम है। डियर पार्क में बच्चे खूब सारे हिरणों को खाना
खिलाते रहते हैं। बत्तखें भी तालब में तैरती काफी अच्छी लगती हैं। यहां तुम नर्सरी, बोगनविलिया पार्क, किड्स प्ले
कॉर्नर और स्केटिंग रिंग में मस्ती कर सकते हो। यहां खाने-पीने के लिए रेस्टोरेंट भी है। यहां हरियाली रहती है।
तुम अपने दोस्तों के साथ काफी देर तक यहां खेल सकते हो। और हां, अगर यहां गए तो हिरणों के साथ अपनी
फोटो खींचना बिल्कुल मत भूलना।