लवण्या गुप्ता
कोशिश करो कि कोई भी चीज बहुत जरूरत पड़ने पर या सच में काम होने पर ही उधार लो। केवल शौक पूरा
करने के लिए, दिखावे के लिए या बिना जरूरत के उधार लेने से बचो। इसके अलावा उन लोगों को उधार देने से
भी बचो जिनके लिए उधार लेना शौक हो।
नोट्स, किताबें, ज्यॉमेट्री बॉक्स, कपड़े, शूज या गैजेट्स कोई भी चीज हो अगर कभी तुमने भी जरूरत पड़ने पर
इनमें से कोई चीज किसी दोस्त से उधार ली हो तो उसका उपयोग सावधानी से करो और काम पूरा होते ही उसे
वापस कर दो। पहने हुए कपड़ों या शूज को साफ करके लौटाना, गैजेट्स में बैटरी या बाकी चीजें चैक करके जैसी
बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
अगर कोई चीज गलती से टूट गई है या खराब हो गई है तो दोस्त से माफी मांगते हुए उसका दाम चुकता करो या
फिर वैसी ही चीज ङयत्न करके उसे लाकर दो। इस बात को हमेशा अपने पैरेंट्स से भी शेयर करो कि तुमने किसी
से कुछ लिया या दिया है। अगर वो इसके लिए मना करते हैं तो उनसे कारण जानो और सिचुएशन को समझने की
कोशिश करो। हो सकता है वो तुम्हें किसी मुसीबत से बचाने के लिए ऐसा कर रहे हों।
अगर कोई चीज ऐसी है जो तुम्हें सबसे प्यारी है और तुम उसे किसी को नहीं देना चाहते। ऐसे में यदि तुम्हारा
बेस्ट फ्रेंड भी उसे उधार मांगता है तो साफ मना करना सीखो। इसके लिए तुम अपने दोस्त को अच्छे शब्दों में
अपनेपन और पोलाइटनेस के साथ समझा सकते हो कि तुम वह चीज क्यों नहीं देना चाहते। अगर वह सही में
तुम्हारा दोस्त है तो इस बात को समझेगा जरूर। और हां, इस बात का भी ध्यान रखना कि जब तुम्हारा कोई
दोस्त तुम्हें इस तरह मना करे तो तुम्हें भी उसकी बात को समझना होगा।
इस मामले में अगर किसी दोस्त के साथ तुम्हारा एक्सपीरियंस पहले अच्छा नहीं रहा है तो हमेशा सतर्क रहो। जिस
दोस्त ने पहली या दूसरी बार तुमसे उधार ली हुई चीज बेफिक्री से इस्तेमाल की, उसका मिसयूज किया और खराब
हालत में तुम्हें वापस कर दिया, उसे फिर सामान देना रिस्की होगा।
सबसे खास बात यह कि जब भी उधार लेने या देने की बात आए तो दोस्ती को बीच में मत आने दो। हां या न
जो भी कहो उसपर अडिग रहो। उसे लेकर न तो मूड ऑफ करो न ही बेवजह के स्पष्टीकरण दो। ऐसा करने से
दोस्ती उलझ सकती है। यह भी ध्यान रखो कि जिस वक्त तुमसे कोई चीज मांगी जा रही है क्या तुम्हें उस समय
उसकी ज्यादा जरूरत है। यदि ऐसा हो तो भी स्पष्ट कहो।