लवण्या गुप्ता
पहले मनोरंजन के नाम पर बच्चे बहुत सारे खेल खेलते थे, जिसमें ज्यादातर आऊटडोर गेम्स शामिल होते थे। वह
अपना अधिकतम समय कहानी सुन कर या खेल-कूद में बिताया करते है लेकिन अब तो टैलीविजन, वीडियो गेम्स
और कंप्यूटर ही उनकी पहली पसंद बन गए हैं।
टैलीविजन और वीडियो गेम्स के सामने बैठे वह अपने शरीर को बिलकुल भी हिलाना पसंद नहीं करते। लेकिन यह
पैरेंट्स की जिम्मेदारी बनती हैं कि वह अपने बच्चों के स्वास्थय का पूरा ध्यान रखें। बच्चे के शरीर की तरह उनकी
आंखें भी बहुत कोमल होती है। अगर छोटी उम्र में ही चश्मा लग जाएं तो पूरी उम्र उससे पिछा नहीं छुटता। यदि
आपको यह लगता है कि आपके बच्चे की नजर कमजोर हो रही हैं तो नीचे दिए गए लक्षणों को ध्यान में रखें।
अगर लक्षण दिखाई दे तो तुरंत आंखों की जांच करवाएं।
-बार-बार आंखों को मलना यह बच्चों की कमजोर नजर की निशानी हो सकती है। वैसे कई बच्चों को वैसे भी आंखें
मलने की आदत होती है।
-लगातार सिर दर्द की होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं लेकिन लेकिन अगर बच्चे को टीवी देखते या पढ़ाई
करते समय सिर दर्द हो तो यह आई साइड विक की निशानी हो सकती है।
-अगर बच्चाएक आंख बंद करके टीवी देखें या वीडियो गेम खेले तो समझ लें कि उसे चश्मा लगने वाला है।
-तेज रोशनी में पलके झपकना और धीमी रोशनी को ओर बढ़ते वक्त धब्बे नजर आते हैं तो यह लक्षण विटामिन
की कमी के हैं। अपने बच्चे के आहार में विटामिनए की मात्रा को बढाएं और उसे रोज सुबह गाजर का जूस पिलाएं।
-भेंगापन कई बार बच्चे मजाक में भी अपनी नजरों को तिरछा करते हैं। यदि ये मजाक ना होकर हर दूसरे, तीसरे
दिन की आदत बनती जा रही है तो अपने बच्चे की आंखों का इलाज कराएं।
-सिर को बार-बार घुमाना भी कमजोर नजर काएक लक्षण है। यदि आपका बच्चा टी.वी. देखते समय बीच-बीच में
आंखों को बंद करके सिर को हिलाता रहता है, तब इस लक्षण पर ध्यान दें।
-अगर बच्चे को दूर से कोई चीज साफ ना नजर आए और वह उसे देखने के लिए बहुत करीब आए तो बच्चे की
नजर जरूर चैक करवाएं।
-आई बॉल की गति से लक्षण को पहचानना मुश्किल हो सकता है। इस लक्षण को पहचाने के लिए बात करते वक्त
आपको अपने बच्चे की आंखों को गौर से देखना होगा। यदि आई बॉल की गति में कुछ भिन्नता नजर आए तो
तुरंतएक नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करें।
-नींद पूरी ना होने के कारण भी बच्चों की आंखें लाल हो सकती हैं लेकिन रोज लालगी आती है तो नजर टेस्ट
जरूर करवाएं।
-आंखों में दर्द के कारण बच्चे को आंखों में चुभन महसूस होती है तथा उसके आंखों से पानी भी आने लगता है तो
समझ लें आंखों की रोशनी कम हो रही है।