कराची। पाकिस्तान के बंदरगाह शहर कराची में मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के वरिष्ठ नेता हसन जाफर आरिफ अपनी कार में मृत पाए गए। उनका शव रविवार को कराची के इलयास गोथ इलाके से बरामद किया गया।
कराची विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रहे और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में भी अपनी सेवाएं दे चुके आरिफ की मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। करीब 70 साल के आरिफ के शरीर पर किसी तरह की यातना, चोट या गोली के निशान नहीं मिले हैं।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी उनकी मौत पर दुख जताया है। पाकिस्तान की पुलिस ने अक्टूबर, 2016 में आरिफ को कराची प्रेस क्लब के बाहर से गिरफ्तार किया था। तब वह एमक्यूएम के नेताओं के साथ प्रेस कांफ्रेंस करने वाले थे। पुलिस ने उन पर एमक्यूएम के संस्थापक अल्ताफ हुसैन का विवादित भाषण सुनाए जाने की व्यवस्था करने और उन्हें मदद पहुंचाने का आरोप लगाया था।
कथित तौर पर इस भाषण में धार्मिक भावनाओं को भड़काने और सैन्य प्रतिष्ठान की आलोचना की गई थी। आतंकरोधी अदालत के आदेश पर आरिफ को अप्रैल, 2017 में कराची सेंट्रल जेल से रिहा कर दिया गया था।