सियोल। शीतकालीन ओलंपिक खेलों से करीब आए उत्तर और दक्षिण कोरिया ने शिखर वार्ता की तारीख तय कर ली है। एक दशक से भी ज्यादा समय बाद दोनों कोरियाई देशों के शीर्ष नेता आगामी 27 अप्रैल को वार्ता की मेज पर साथ बैठेंगे। दोनों देशों के अधिकारियों की गुरुवार को सीमावर्ती गांव पैनमुंजोम में हुई उच्च स्तरीय वार्ता के शिखर सम्मेलन की तारीख का एलान किया गया।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने इस महीने की शुरुआत में उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन से मिलने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल प्योंगयांग भेजा था। तभी दोनों देशों में 29 मार्च को पैनमुंजोम में उच्च स्तरीय वार्ता पर सहमति बनी थी। इस वार्ता के बाद जारी किए गए संयुक्त बयान के अनुसार, शिखर सम्मेलन के एजेंडे पर चर्चा के लिए चार अप्रैल को एक बैठक होगी। दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्री चो म्योंग-ग्योन ने बताया कि शिखर सम्मेलन के एजेंडे में कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण और अंतर कोरियाई संबंधों को बेहतर बनाने पर जोर होगा।
उल्लेखनीय है कि इस साल फरवरी में दक्षिण कोरिया में हुए शीतकालीन ओलंपिक में उत्तर कोरिया ने भी हिस्सा लिया था। इसके बाद से दशकों से तनावपूर्ण रहे इन देशों के संबंधों में कुछ नरमी आई थी। किम जोंग उन ने भी अपने रुख में नरमी लाते हुए परमाणु निरस्त्रीकरण का वादा किया है। एक दिन पहले ही वह चीन के दौरे से लौटे हैं जहां राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात में उन्होंने यह वादा किया। इससे पहले उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात का प्रस्ताव दिया था। माना जा रहा है कि दोनों की मई में मुलाकात हो सकती है।
जापान ने उत्तर कोरिया को दिया द्विपक्षीय सम्मेलन का प्रस्ताव
जापान ने भी उत्तर कोरियाई सरकार को द्विपक्षीय सम्मेलन का प्रस्ताव दिया है। इस पर उत्तर कोरिया में विचार हो रहा है। जापान के असाही अखबार ने गुरुवार को यह दावा किया है। जापान के विदेश मंत्री तारो कोनो ने भी कहा है कि प्रधानमंत्री शिंजो एबी और किम जोंग उन की मुलाकात के विकल्प को खुला रखा गया है।