Inside Story: जिम्बाब्वे के तख्तापलट का राष्ट्रपति मुगाबे की पत्नी ग्रेस से है कनेक्शन

asiakhabar.com | November 16, 2017 | 11:54 am IST

हरारे। अफ्रीकी देश जिम्बाब्वे में सेना ने बुधवार तड़के सत्ता पर कब्जा कर लिया। सेना का कहना है कि जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे और उनकी पत्नी को हिरासत में ले लिया है। सेना ने कहा कि मुगाबे और उनका परिवार पूरी तरह सुरक्षित है। हालांकि, सरकारी टीवी से सेना के चीफ ऑफ स्टॉफ लॉजिस्टिक्स मेजर जनरल एसबी मोयो ने कहा कि हम केवल मुगाबे के आसपास के अपराधियों को निशाने पर ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सैन्य तख्तापलट नहीं है। हमारा मिशन पूरा होने पर सामान्य स्थिति बहाल होने की उम्मीद है।

37 सालों से हैं राष्ट्रपति, पत्नी को बनाने वाले थे उत्तराधिकारी

ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद 93 वर्षीय मुगाबे 37 वर्षों से जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति हैं। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सैन्य तख्तापलट जैसी कार्रवाई के बाद औपचारिक तौर पर उनके शासन का अंत होगा। सेना का मुख्य मकसद उनकी पत्नी 52 वर्षीय ग्रेस को उनका उत्तराधिकारी बनने से रोकना है। उपराष्ट्रपति एमर्सन मानागागवा मुगाबे के उत्तराधिकारी के दावेदार थे। लेकिन ग्रेस का रास्ता साफ करने के लिए एक सप्ताह पहले उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। सत्तारूढ़ दल में बीमार मुगाबे का उत्तराधिकारी बनने के लिए संघर्ष चल रहा था।

ऐसे हुई सेना से तनातनी

सेना प्रमुख जनरल चिवेंगा ने बर्खास्त उपराष्ट्रपति के समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई खत्म करने के लिए दखल देने की सोमवार को चेतावनी दी थी। सेना ने मानागागवा की बर्खास्तगी स्वीकारने से मना कर दिया। इसके बाद मुगाबे की अध्यक्षता में मंगलवार को कैबिनेट ने उन पर विश्वास जताया और चिवेंगा पर देशद्रोह का आरोप लगाया।

जिम्बाब्वे के तख्तापलट की कहानी

जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति भले री रॉबर्ट मुगाबे रहे हों लेकिन सत्ता का असली केंद्र उनकी पत्नी और देश की प्रथम महिला ग्रेस मुगाबे ही थी। दरअसाल सारे फसाद की जड़ यहीं से शुरू होती है। वयोवृद्ध हो चुके मुगाबे उन्हें सत्ता सौंपने की तैयारी में थे। इसकी बुनियाद उपराष्ट्रपति व सुरक्षा प्रमुख इमरसन मनंगावा को कुछ महीने पहले बर्खास्त करने के साथ रखी जा चुकी थी। अब सेना के हस्तक्षेप से खेल बिगड़ता दिख रहा है।

कौन हैं ग्रेस

ग्रेस कभी राष्ट्रपति कार्यालय में सचिव हुआ करती थीं। शादीशुदा मुगाबे से उनका अफेयर हुआ जिसका नतीजा शादी के रूप में सामने आया। मुगाबे की पहली पत्नी किडनी की बीमारी के 1992 दुनिया छोड़कर जा चुकी हैं। ग्रेस से मुगाबे के दो बच्चे हैं। पिछले कुछ सालों से ग्रेस का रसूख सत्ता के गलियारों में बढ़ा। हाल ही में दिए एक बयान में अपनी मंशा जिहर करते हुए उन्होंने कहा कि अगले चुनाव से पहले अगर उनके बीमार पति की मौत हो जाती है तो वो लाश के साथ चुनाव में उतरेंगी।

हमले के आरोप

प्रथम महिला पर हाल ही में जोहानसबर्ग में एक मॉडल पर हमले का आरोप लगा था। इसके अलावा हांगकांग में फोटो खींच रहे फोटो जर्नलिस्ट पर वे टूट पड़ीं थी। चूंकि उन्हें राजनयिक प्रतिरक्षा हासिल थी इसलिए इन मामलों का पटाक्षेप हो गया। सत्ताधारी पार्टी में पति के उत्तराधिकारी के रूप में उनकी स्वीकार्यता बनी, लेकिन अन्य दलों का समर्थन उनके लिए नहीं था, क्योंकि ज्यादातर उन्हें राष्ट्रपति के पद लायक नहीं समझते।

शाही जिंदगी

52 साल की ग्रेस अपने पति से 41 साल छोटी हैं। आलीशान जिंगदी जीने के लिए जानी जाती हैं। दिल खोलकर पसंद की चीजों पर खर्च करती हैं। देश में उनके शाही खर्च के चर्चे होते हैं। पिछले ही महीने एक लेबनानी ने 10 लाख डॉलर वसूलने के लिए उन्होंने अदालत की शरण ली। उन्होंने इस व्यक्ति से 100 कैरेट की एक हीरे की अंगूठी ली थी। दुबई और दक्षिण अफ्रीका में आलीशान घर हैं। अपनी बेटी की शादी में 30 लाख पौंड सरकारी खजाने से खर्च किया गया। हाल ही में तीन लाख पौंड कीमत की रॉल्स रॉयल खरीदी। गरीबी में जी रही देश की अधिकांश आबादी उनके तड़क-भड़क वाले जीवन को पसंद नहीं करती।


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