प्योंगचांग (दक्षिण कोरिया)।शीतकालीन ओलंपिक खेलों का शुक्रवार को यहां रंगारंग शुभारंभ हो गया। समारोह की खास बात यह रही कि 12 साल बाद दोनों कोरियाई देश यानी उत्तर और दक्षिण कोरिया ने एक ध्वज के तले मार्चपास्ट किया। दोनों देशों के खिलाड़ी संयुक्त कोरिया का प्रतिनिधित्व करने वाले नीले और सफेद झंडे को लिए हुए थे। इससे पहले तूरिन में 2006 में हुए शीतकालीन ओलंपिक में दोनों देशों ने एक झंडे के नीचे मार्चपास्ट किया था।
साथ आने को मिला मंच-
दोनों देशों के बीच लंबे समय से तनाव रहा है, लेकिन शीतकालीन ओलंपिक ने उन्हें साथ आने का एक मंच प्रदान किया। उनके एक झंडे के नीचे आने से अब लोगों में दोनों के एक होने की उम्मीद पैदा हो रही है। उत्तर और दक्षिण कोरिया के इस तरह करीब आने का कई देशों ने स्वागत किया है। चीन का कहना है कि शीतकालीन ओलंपिक समस्या के हल की शुरुआत साबित हो सकता है। इन खेलों में 93 देशों के एथलीट भाग ले रहे हैं।
मून ने किम की बहन से मिलाया हाथ-
उत्तर कोरियाई दल का नेतृत्व मानद राष्ट्रपति किम योंग नाम और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने किया। इस दौरान वह ऐतिहासिक पल भी आया जब दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने मुस्कुरा कर किम यो जोंग से हाथ मिलाया। पिछले महीने हुई कई बैठकों के बाद शीतकालीन ओलंपिक में उत्तर कोरिया की शिरकत देखने को मिली है। हालांकि इस समारोह से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन दोनों ने ही किनारा किया।
समारोह में थे 35,000 दर्शक-
इससे पहले दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने शीतकालीन ओलंपिक खेलों के शुरू होने की आधिकारिक घोषणा की। इसके बाद आतिशबाजी और अन्य रंगारंग कार्यक्रम पेश किए गए। समारोह को देखने के लिए स्टेडियम में करीब 35,000 दर्शक मौजूद थे। समारोह में जब अमेरिकी एथलीटों का दल गुजरा तो अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने उनका खड़े होकर स्वागत किया। इस दौरान स्टेडियम के चारों ओर कोरियाई पॉप हिट “गंगनम स्टाइल” का प्रदर्शन जारी था।
डिनर में शामिल नहीं हुए माइक पेंस-
खास यह भी थी कि किम यो जोंग से कुछ दूरी पर ही माइक पेंस भी बैठे हुए थे। बाद में मून द्वारा दिए गए रिसेप्शन में भी दोनों का आमना-सामना होते-होते रह गया, क्योंकि पेंस इस डिनर में शामिल नहीं हुए। हालांकि इससे थोड़ी ही देर पहले 12 सीटों वाली मेज पर पेंस को किम योंग नाम के ठीक सामने वाली सीट पर बैठना पड़ा।
इस बारे में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति के सरकारी आवास ब्लू हाउस ने कहा है कि पेंस की अमेरिकी एथलीटों के साथ एक बैठक थी। उनकी सिर्फ अन्य अधिकारियों को बधाई देने की योजना थी।
पेंस ने अमेरिका के निकट सहयोगी जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी से हाथ मिलाया, लेकिन किम योंग नाम से नहीं, क्योंकि वह देर से पहुंचे थे। वह ग्रुप फोटो सेशन के बाद तुरंत ही निकलने वाले थे, लेकिन राष्ट्रपति मून ने उनसे “दोस्तों को देखने” को आग्रह किया, इसलिए उन्होंने थोड़ी देर बाद ही रिसेप्शन स्थल छोड़ दिया।
सुरक्षा के थे कड़े इंतजाम-
मालूम हो, परमाणु हथियारों के परीक्षण को लेकर अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच तनाव जारी है। किम यो जोंग के आने के चलते यहां के इंचियोन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। उनकी सुरक्षा के लिए कई उत्तर कोरियाई अधिकारी भी मौजूद थे।
उत्तर कोरिया के विरोध में प्रदर्शन-
इस बीच, मुख्य स्टेडियम से कुछ ही दूरी पर उत्तर कोरियाई दल के आगमन के खिलाफ सैकड़ों लोग प्रदर्शन कर रहे थे। इसे लेकर उनकी पुलिस से भिड़ंत भी हुई। ये लोग अपने हाथों में बैनर लिए थे, जिन पर लिखा था, “मून के शासन में कोरिया बर्बाद हो गया।”
प्रदर्शनकारियों ने उत्तर कोरिया के झंडे और किम जोंग उन की तस्वीरों को जलाया। उधर, किम जोंग उन का मुखौटा लगाए एक शख्स को वीआइपी बॉक्स में घुसने नहीं दिया गया। सुरक्षा कर्मियों ने उसे बाहर कर दिया। 25 फरवरी तक चलने वाले इन खेलों के लिए करीब 500 उत्तर कोरियाई नागरिक दक्षिण कोरिया पहुंचे हैं।