न्यूयॉर्क। आतंकी हाफिज सईद के ठिकानों को निशाना बनाने के बाद अमेरिका ने अब उसके द्वारा हाल ही में बनाई गई राजनीतिक पार्टी को निशाने पर लिया है। अमेरिका ने हाफिज की पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग, सात नेताओं व दूसरे संगठनों को आतंकी लिस्ट में शामिल कर लिया है।
देश के स्टेट एंड ट्रेजरी डिपार्टमेंट ने सोमवार को घोषणा की कि मिल्ली मुस्लिम लीग जो की हाफिज सईद के पोस्टर्स के साथ खुलकर पाकिस्तान में प्रचार कर रही थी उसे दो अलग-अलग नियमों के तहत उसे विदेशी आतंकी संगठन और विशेष दर्जे वाले वैश्विक आतंकी की लिस्ट में डाल दिया गया है। विभाग ने कहा कि इसके अलावा लश्कर के एक और संगठन तहरीक-ए-आजादी-ए-कश्मीर को भी आतंकी संगठन घोषित किया गया है।
इसके अलावा विभाग ने मिल्ली मुस्लिम लीग के अध्यक्ष सैफुल्ला खालिद, जनरल सेक्रेटरी फैयाज अहमद और पांच अन्य को निशाने पर लिया था। विभाग द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि लश्कर-ए-तैयबा आजाद होकर पाकिस्तान में अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है, इनमें रैलियां, फंड जमा करना और आतंकी हमले करना शामिल है।
विभाग के आतंकरोधी को-ऑर्डिनेटर नाथन सेल्स ने वाशिंगटन में कहा कि लश्कर अपने आप को कुछ भी बताए लेकिन यह हमेशा एक आतंकी संगठन रहेगा। आज के संशोधन लश्कर की उन कोशिशों को लक्ष्य बनाते हैं जिनमें वो प्रतिबंधों से बचने और लोगों को अपने असली चरित्र के बारे में भ्रमित करते हैं।
वहीं ट्रेजरी अंडर सेक्रेटरी सिगल मांडेलकर ने कहा कि जो लोग मिल्ली मुस्लिम लीग के साथ काम कर रहे हैं जिनमें उसे डोनेशन देने वाले शामिल हैं, इस बात को याद रखें कि वो भी अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ट्रेजरी मिल्ली मुस्लिम लीग और सात नेताओं के उस ग्रुप को टार्गेट कर रहा है जो लश्कर-ए-तैयबा की पाकिस्तानी राजनीतिक प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश में हैं।