तेहरान। ईरान में हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हानिया की हत्या की जांच के बीच उच्च पदस्थ खुफिया और सैन्य अधिकारियों सहित दर्जनों कानून प्रवर्तन अधिकारियों को हिरासत में लिया गया है। स्थानीय मीडिया सूत्रों ने जांच से जुड़े ईरान के सूत्रों के हवाले से शनिवार को यह जानकारी दी।
ब्रिटेन के अखबार ‘द टेलीग्राफ’ ने शुक्रवार को इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के अज्ञात सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि जिस विस्फोटक उपकरण से हानिया की मौत हुई। वह इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद द्वारा किराए पर लिए गए आईआरजीसी के एजेंटों द्वारा लगाया गया था। यह घटना कथित तौर पर “ईरान के लिए अपमान और आईआरजीसी के लिए एक बड़ा सुरक्षा उल्लंघन” बन गई।
ईरानी अधिकारियों द्वारा गठित एजेंटों की विशेष टीम ने तेहरान में आईआरजीसी द्वारा संचालित गेस्टहाउस में वरिष्ठ खुफिया अधिकारियों, उच्च पदस्थ सैन्य अधिकारियों और कर्मियों सहित दो दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ की और उन्हें गिरफ्तार किया है। ईरानियों ने अखबार को बताया कि आधिकारिक जांच पूरी होने तक उनमें से कई को हिरासत में ले लिया गया है।
अखबार ने कहा कि ईरानी जांचकर्ताओं का मानना है कि मोसाद द्वारा किराए पर ली गई हत्यारी टीम देश के भीतर ही है और उन्हें गिरफ्तार करना चाहती है।
नवनिर्वाचित ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियान के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने के बाद हानिया की हत्या कर दी गई। हमास ने हानिया की मौत के लिए इज़रायल और अमेरिका को दोषी ठहराया और जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई। इससे पहले सप्ताह में, न्यूयॉर्क टाइम्स ने रिपोर्ट दी थी कि हानिया की हत्या तेहरान के जिस गेस्टहाउस में वह रह रहा था, उसके कमरे में दो महीने पहले तस्करी कर लाए गए बम से की गई थी।