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ब्रसेल्स। उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के महासचिव जेंस स्टोल्टेन्बर्ग इस सप्ताहांत तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयप एर्दोआन और देश के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ वार्ता करेंगे। उल्लेखनीय है कि तुर्किये पर इसके लिए दबाव बढ़ रहा है कि वह सैन्य संगठन नाटो में स्वीडन के शामिल होने के प्रति अपनी आपत्तियां हटा ले। नाटो मुख्यालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि स्टोल्टेन्बर्ग, एर्दोआन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। एर्दोआन, पिछले हफ्ते चुनाव में जीत हासिल करने के बाद फिर से तुर्किये के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं।उल्लेखनीय है कि नाटो 11-12 जुलाई को लिथुआनिया में हुई बैठक में स्वीडन को सैन्य गठबंधन में शामिल करना चाहता है, लेकिन तुर्किये और हंगरी द्वारा इस कदम को अब तक मंजूरी नहीं दी गई है। किसी नये सदस्य को गठबंधन में शामिल करने के लिए नाटो के सभी 31 देशों द्वारा उसकी उम्मीदवारी का अनुमोदन किया जाना जरूरी है।तुर्किये की सरकार ने स्वीडन पर चरमपंथी संगठनों और कुर्द चरमपंथी समूहों के प्रति काफी उदार रुख रखने का आरोप लगाया है। कुर्द समूह और इससे जुड़े लोगों ने तुर्किये में 2016 में तख्तापलट की कोशिश की थी।