खार्तूम। सूडान में आपातकालीन वकीलों के कानूनी समूह ने बुधवार को कहा है कि राजधानी के ओमडुरमन शहर में सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) द्वारा तोपखाने से शुरु की गोलाबारी में 32 नागरिक मारे गए।
गैर-सरकारी सिंडिकेट ने बताया कि मंगलवार को ओमडुरमैन के ओमबाडा इलाके में एसएएफ तोपखाने से किये हमलों में बच्चों सहित नागरिक मारे गए हैं। समूह ने एक बयान में कहा कि हमलों में दर्जनों लोग घायल हो गए और कई घर ध्वस्त हो गए।
बयान कहा गया है कि नागरिक आबादी वाले क्षेत्रों में भारी और हल्के तोपखाने का उपयोग एक युद्ध अपराध है और यह दोनों संघर्षरत पक्षों द्वारा नागरिकों के जीवन के प्रति उपेक्षा को दर्शाता है।
एसएएफ ने अभी तक घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बुधवार को एसएएफ और अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के बीच मुख्य रूप से पश्चिम ओमडुरमन में ओमबाडा पड़ोस और शहर के दक्षिण-पश्चिम में इंजीनियर्स कोर बेस के आसपास हिंसक झड़पें हुईं।
सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार देश में 15 अप्रैल से खार्तूम और अन्य क्षेत्रों में एसएएफ और आरएसएफ के बीच घातक झड़पें हो रही हैं, जिसके परिणामस्वरूप कम से कम तीन हजार लोगों की मौत हो गई और छह हजार से अधिक घायल हो गए।