सुमात्रा। इंडोनेशिया के दूरस्थ इलाके में ग्रामीणों ने एक सुमात्राई बाघ को मारकर छत से लटका दिया। बाघों की यह प्रजाति लुप्त होने की कगार पर है। माना जा रहा है कि वर्तमान में महज 400 सुमात्राई बाघ ही बचे हैं। उन्हें इंटरनेशनल यूनियर फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) ने रेड लिस्ट में डालकर लुप्तप्राय जानवर की श्रेणी में डाल रखा है।
सुमात्रा प्रजाति के बाघों का आकार अन्य बाघों की तुलना में छोटा होता है और ये केवल सुमात्रा द्वीप के जंगलों में पाए जाते हैं। इनके आकार को लेकर ही ग्रामीणों में अंधविश्वास फैला है कि इनमें परालौकिक शक्तियां होती हैं। इन जानवरों के निवास स्थान की कमी और ज्यादा शिकार किए जाने की वजह से ये विलुप्त होने की कगार पर हैं।
Worldwildlife.org के अनुसार सामात्राई बाघों का शिकार करने वाले व्यक्ति को जेल और भारी जुर्माना लगाया जाएगा। इस क्षेत्र में बाघों के आकार को लेकर फैले अंधविश्वासों के चलते इन बाघों की हत्याएं की जा रही हैं। हालांकि, उन्हें संरक्षित करने के लिए रेंजर्स की कमी भी इनके लुप्त होने का एक बड़ा कारण बन रही हैं।
दरअसल, ग्रामीणों का विश्वास है कि ये बाघ सुपरनेचुरल जानवर हैं, जिन्हें शेपशिफ्टर कहा जाता है। यह एक काल्पनिक पात्र है, जिसके बारे में पौराणिक कहानियों और लोककथाओं में कई बातें लिखी गई हैं। फरवरी में गांव के आस-पास बाघ को देखे जाने के बाद लोगों को लगा कि कुछ अनिष्ट हो सकता है। इसके बाद ग्रामीणों ने उस पर नजर रखना शुरू कर दिया।
इस बीच चार मार्च को दो ग्रामीण जंगल में इस बाघ के पीछे चले गए। वहां बाघ ने दोनों ग्रामीणों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। जब इसकी जानकारी ग्रामीणों को हुई, तो उन्होंने बाघ को घेरकर बरछी और भाले से उस पर हमला कर दिया और उसे मार डाला। इसके बाद अन्य लोगों को दिखाने के लिए इस बाघ को छत से इस तरह से लटकाकर रख दिया गया।