दमिश्क। सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे वाले ईस्टर्न घोउटा में इस वक्त बेहद खौफनाक मंजर है। सीरियाई सेना ने अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। बमबारी और गोलीबारी से पूरा इलाका थरार्या हुआ है। चारों तरफ चीख-पुकार की गूंज है और सीरिया को हालिया वर्षों में अब तक की सबसे बड़ी मानव क्षति का सामना करना पड़ा है। पिछले 48 घंटों में बमबारी और गोलीबारी में कम से कम 250 आम नागरिकों ने दम तोड़ दिया है।
सीरियन आब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने इसकी जानकारी दी है। मरने वालों में 58 बच्चे और 42 महिलाएं शामिल हैं। संगठन ने पिछले कुछ वर्षों में ईस्टर्न घोउटा में हुए हमलों में इसे अब तक का सबसे खतरनाक हमला करार दिया है।
गौरतलब है कि साल 2012 से ईस्टर्न घोउटा को विद्रोहियों ने अपने नियंत्रण में ले रखा है। करीब 4 लाख की आबादी वाले इस इलाके को सीरिया और ईरान ने विद्रोही इलाका घोषित किया हुआ है। यहां एक आतंकी संगठन का भी दबदबा है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि हालात नियंत्रण से बाहर हो रहे हैं।
दमिश्क। सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे वाले ईस्टर्न घोउटा में इस वक्त बेहद खौफनाक मंजर है। सीरियाई सेना ने अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। बमबारी और गोलीबारी से पूरा इलाका थरार्या हुआ है। चारों तरफ चीख-पुकार की गूंज है और सीरिया को हालिया वर्षों में अब तक की सबसे बड़ी मानव क्षति का सामना करना पड़ा है। पिछले 48 घंटों में बमबारी और गोलीबारी में कम से कम 250 आम नागरिकों ने दम तोड़ दिया है।
सीरियन आब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने इसकी जानकारी दी है। मरने वालों में 58 बच्चे और 42 महिलाएं शामिल हैं। संगठन ने पिछले कुछ वर्षों में ईस्टर्न घोउटा में हुए हमलों में इसे अब तक का सबसे खतरनाक हमला करार दिया है।
गौरतलब है कि साल 2012 से ईस्टर्न घोउटा को विद्रोहियों ने अपने नियंत्रण में ले रखा है। करीब 4 लाख की आबादी वाले इस इलाके को सीरिया और ईरान ने विद्रोही इलाका घोषित किया हुआ है। यहां एक आतंकी संगठन का भी दबदबा है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि हालात नियंत्रण से बाहर हो रहे हैं।