इस्लामाबाद, 12 अप्रैल। सिंधु नदी जल समझौते पर पाकिस्तान तथा भारत के बीच सचिव स्तरीय वार्ता अप्रैल के अंत में या मई की शुरुआत में वाशिंगटन में होगी। द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जल एवं विद्युत मंत्री ख्वाजा आसिफ ने 20 मार्च को कहा था कि समझौते के मद्देनजर, 300 मेगावाट किशनगंगा तथा 850 मेगावाट रातले पनबिजली परियोजनाओं के गलत डिजाइन के मुद्दे के समाधान को लेकर आम सहमति बनाने के लिए वार्ता होगी। आसिफ ने कहा था कि विश्व बैंक द्वारा प्रस्तावित तारीख 11-13 अप्रैल को वाशिंगटन में सचिव स्तरीय वार्ता होगी।उन्होंने कहा कि वार्ता के लिए पाकिस्तान तैयार है, लेकिन भारत का कहना है कि प्रस्तावित तारीखों पर वार्ता के लिए वह तैयार नहीं है। अधिकारी ने कहा, हमें उम्मीद है कि विलंबित वार्ता वर्तमान महीने (अप्रैल) के अंत में होगी। अधिकारी ने कहा कि विश्व बैंक चाहता है कि दोनों देश सिंधु नदी जल समझौते के मुताबिक मुद्दों के निपटारे के लिए या तो तटस्थ विशेषज्ञ का सहारा लें या मध्यस्थता अदालत की मदद से आम सहमति बनाएं। विश्व बैंक का एक अधिकारी भी बैठक का हिस्सा होगा, जो दोनों देशों को आम सहमति बनाने या फिर बीच का रास्ता निकालने के लिए मनाने का प्रयास करेगा। पाकिस्तान चाहता है कि विवादों के निपटारे के लिए विश्व बैंक एक मध्यस्थता अदालत का गठन करे, लेकिन भारत चाहता है कि मुद्दे का समाधान तटस्थ विशेषज्ञों के माध्यम से निकले।